उत्तर कोरिया में हर दसवां इंसान गुलाम है
१९ जुलाई २०१८परमाणु ताकत से लैस गरीब देश उत्तर कोरिया में बड़ी भारी संख्या सरकारी बंधुआ मजदूरों की है. वॉक फ्री फाउंडेशन नाम के एक संगठन ने आधुनिक गुलामी का इंडेक्स जारी किया है. रिसर्चरों ने रिपोर्ट तैयार करने के दौरान उत्तर कोरिया से भागे 50 लोगों से इंटरव्यू भी किया और उनके अनुभवों को अपनी रिपोर्ट का हिस्सा बनाया है. इनमें से एक शख्स को छोड़ कर सबने बताया कि देश में वयस्कों औऱ बच्चों के लिए बिना वेतन "सामुदायिक श्रम" करना जरूरी है.
उत्तर कोरिया कथित रूप से बड़े पैमाने पर बंधुआ मजदूरों के सहारे अपना खनन उद्योग चलाता है. इसमें ऐसे मजदूर भी हैं जिन्हें कैदियों की तरह शिविरों में रखा जाता है. सरकार कथित रूप से निचले वर्ग के लोगों को खदानों में कुछ ऐसे कामों के लिए भी भेजती है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौंप दिए जाते हैं.
रिसर्च में आधुनिक गुलामी के लिए दो प्रमुख कारण बताए गए हैं. पहला तो बेहद दमनकारी शासन जिसमें लोगों को सरकार को सहारा देने के लिए काम पर लगाया जाता है और दूसरा टकराव की स्थिति, जिसमें कानून का शासन, सामाजिक संरचना और बचाव तंत्र बिखर जाता है.
हालांकि इस रिपोर्ट में जी20 के सदस्य देशों की तरफ भी उंगली उठाई गई है. इन देशों में हर साल करीब 354 अरब डॉलर मूल्य का ऐसा उत्पादन होता है जिसमें बंधुआ मजदूरी का जोखिम है. कंप्यूटर, मोबाइल फोन, मछली और इमारती लकड़ी से जुड़े कुछ काम ऐसे हैं जिनमें बंधुआ मजदूरी की सबसे ज्यादा आशंका होती है.
संगठन ने देशों से अऩुरोध किया है कि वो संयुक्त राष्ट्र के लगाए प्रतिबंधों को कड़ाई से लागू करें. इनमें उत्तर कोरिया से कोयले के आयात पर पाबंदी भी शामिल है. संगठन ने सार्वजिनिक रूप से मौजूद आंकड़ों, गैरसरकारी संगठनों और शैक्षिक संस्थानों से मिली जानकारियों के आधार पर 167 देशों में फैली आधुनिक युग की गुलामी की तस्वीर पेश की है.
उत्तर कोरिया और अफ्रीकी देश इरीट्रिया में सबसे ज्यादा गुलाम लोगों की तादाद है. इसके बाद बुरुंडी का नंबर आता है. आंकड़े जमा करने वाली टीम की प्रमुख फियोना डेविड का कहना है, "इन तीनों देशों में सरकार प्रायोजित बंधुआ मजदूरी है जहां सरकारें अपने फायदे के लिए लोगों को काम पर लगाती हैं."
इंडेक्स जारी करने वाले संगठन का अनुमान है कि दुनिया भर में करीब 4 करोड़ लोग गुलाम है. ये आंकड़े 2016 के हैं. भारत में सबसे ज्यादा गुलाम हैं. 130 करोड़ की आबादी वाले देश में करीब 1.84 करोड़ लोग गुलाम हैं.
सबसे ज्यादा गुलामी की दर वाले देशों में सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, अफगानिस्तान, साउथ सूडान और पाकिस्तान भी शामिल है.
एनआर/ओएसजे (डीपीए, रॉयटर्स)