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ब्रिटेन में तालिबानी वीडियो गेम पर बवाल

२३ अगस्त २०१०

ब्रिटेन में ऐसे वीडियो गेम पर बवाल हो रहा है जिसमें तालिबान लड़ाके के तौर पर खेलना होता है. ब्रिटिश रक्षा मंत्री लियाम फॉक्स ने इस गेम को बैन करने की बात कही है. गेम बनाने वाली कंपनी ने कहा, हर संकट के दो पहलू होते हैं.

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अफगान लड़ाई पर वीडियो गेमतस्वीर: AP

रविवार को फॉक्स ने कहा, "कोई कैसे यह सोच भी सकता है कि ब्रिटिश सैनिकों के खिलाफ तालिबान की करतूतों को विडियो गेम के जरिए पेश किया जा सकता है." इस गेम में आप एके-47 राइफल से ब्रिटिश सैनिकों पर हमला कर सकते हैं. गेम खेलने वाले से कहा जाता है कि उन्हें हर कीमत पर सुरक्षा बलों को रोकना है और नैटो के नेतृत्व वाले हर विदेशी सैनिक को मारने के पॉइंट्स मिलते हैं.

ब्रिटिश रक्षा मंत्री ने तुरंत इस वीडियो गेम पर पाबंदी की मांग की है. वीडियो गेम बेचने वालों से भी कहा गया है अफगानिस्तान में तैनात सैनिकों की खातिर यह गेम न बेचें. सुरक्षा सलाहकार एंडी मैकनैब का कहना है, "यह गेम असंवेदनशील है. अफगानिस्तान की लड़ाई कोई गेम नहीं है. ऐसा सच में हो रहा है."

कैलिफोर्निया की एक कंपनी इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स की तरफ से बनाए गए इस गेम को "मेडल ऑफ ऑनर" नाम दिया गया है. कंपनी की प्रवक्ता अमांडा टागार्ट का कहना है कि यह गेम सिर्फ इस बात को दिखाता है कि हर संकट के दो पहलू होते हैं.

मेडल ऑफ ऑनर का दूसरा वर्जन द्वितीय विश्व युद्ध के आधार पर बनाया गया है. नया वर्जन अक्तूबर में रिलीज होगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः वी कुमार

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