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प्रेम, अहिंसा का मेल मंडेला

६ दिसम्बर २०१३

जेल उन्हें न तोड़ सकी, न ही उनमें कड़वाहट भर सकी. नस्लभेद के खिलाफ हर तरह से लड़ने वाले ऐसे महान व्यक्तित्व को ये विश्व लंबे समय तक याद रखेगा, इन्हीं शब्दों के साथ जर्मन चासंलर अंगेला मैर्केल ने मंडेला को श्रद्धांजलि दी.

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तस्वीर: Axel Sschmidt/AFP/Getty Images

मैर्केल ने कहा, "उनका नाम हमेशा अपने लोगों के दमन के खिलाफ छेड़ी गई लड़ाई से जुड़ा रहेगा और उन्हें रंगभेदी सत्ता से मुक्ति के लिए याद किया जाएगा. कई सालों की जेल भी नेल्सन मंडेला को न तोड़ सकी और न ही उनमें कड़वाहट भर सकी."

अपने शोक संदेश में जर्मन चांसलर ने यह भी उम्मीद जताई कि दुनिया महान नेता के संदेश को नहीं भूलेगी, "अहिंसा की उनकी राजनीतिक विरासत और उनका हर तरह के नस्लभेद की निंदा करना आने वाले कई सालों तक दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करता रहेगा."

Stimmen und Reaktionen zum Tod Nelson Mandelas
इतिहास बने मंडेलातस्वीर: Reuters/Mark Wessels

जर्मन राष्ट्रपति योआखिम गाउक के चेहरे पर भी मंडेला की याद साफ दिखाई पड़ रही है. नेल्सन मंडेला की पत्नी को भेजे खत में जर्मन राष्ट्रपति ने कहा, "नेल्सन मंडेला ने एक आम आदमी और एक नेता के तौर पर बेहद सरल और प्रंशसनीय ढंग से यह साबित किया कि घृणा, हिंसा और नस्लभेद से बाहर निकला जा सकता है. दुनिया ने एक ऐसा महान व्यक्ति खोया है जो मेल, शांति और न्याय की मिसाल था."

जर्मनी के विदेश मंत्री गी़डो वेस्टरवेले ने भी शोक जताते हुए कहा, "नेल्सन मंडेला ने शांति और स्वतंत्रता की जो झलक दिखाई, उन्होंने सामंजस्य बनाने और संवेदनशीलता से लोगों के साथ पेश आने की बात कही, यह बातें अफ्रीका और दुनिया भर में लोगों के लिए प्रेरणा और उम्मीद का स्रोत हैं."

जर्मन विकास मंत्री डिर्क नीबेल ने कहा कि उनकी बातों से हमें यह सोचना चाहिए कि आजादी अपने आप नहीं मिल जाती, उसे बचाकर अपने पास रखना पड़ता है.

ओएसजे/एमजी(डीपीए)

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