तालिबान ने दी और अधिक हमले की चेतावनी
५ अगस्त २०२१तालिबान ने अफगान सरकार के मंत्रियों को निशाना बनाने और हमले करने की चेतावनी दी है. एक दिन पहले ही अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह खान मोहम्मदी हत्या के एक प्रयास में बच गए थे.
तालिबान के लड़ाके देश भर के शहरों पर लगातार हमले कर उन पर कब्जे की कोशिश में जुटे हुए हैं.
मई के बाद से ग्रामीण इलाकों में लड़ाई तेज हो गई है. विदेशी बलों को इसी महीने के अंत तक देश छोड़ना है. विदेशी सैनिकों की वापसी का अंतिम चरण जारी है.
अफगान और अमेरिकी सेनाओं ने विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले तेज कर दिए हैं और तालिबान ने बुधवार को कहा कि काबुल हमला इसकी प्रतिक्रिया थी.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा, "कल रात रक्षा मंत्री के आवास पर एक आत्मघाती हमला किया गया था और शीर्ष सरकारी अधिकारियों के खिलाफ और अधिक जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है."
उन्होंने आगे कहा, "हमला काबुल प्रशासन के हलकों और नेताओं के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की शुरुआत है जो देश के विभिन्न हिस्सों में हमलों और बमबारी का आदेश दे रहे हैं."
काबुल में हमला तालिबान की बड़ी बढ़त दिखाता है.
'बचने का कोई रास्ता नहीं'
तालिबान की धमकी अफगान सेना द्वारा दक्षिणी शहर लश्कर गाह में पलटवार करने के बाद आई है, जहां तालिबान के लड़ाकों ने शहर के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में घुसपैठ की है. सेना ने शहर के दो लाख निवासियों को घर छोड़ने के लिए कहा है क्योंकि वह तालिबान के खिलाफ आक्रामक अभियान की तैयारी कर रही है.
शहर के निवासी सालेह मोहम्मद ने कहा कि सैकड़ों परिवार भाग गए थे लेकिन कई लोग गोलीबारी में फंस गए. सालेह मोहम्मद के मुताबिक, "क्षेत्र में बचने का कोई रास्ता नहीं है क्योंकि लड़ाई जारी है. इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि हम रास्ते में नहीं मारे जाएंगे."
सालेह ने कहा कि सरकार और तालिबान उन लोगों को बर्बाद कर रही है.
'युद्ध अपराध'
इस बीच ह्यूमन राइट्स वॉच ने तालिबान पर आरोप लगाया कि उसने पकड़े गए सैनिकों, पुलिस और नागरिकों की हत्या की. एचआरडब्ल्यू का कहना है कि तालिबान ने उन क्षेत्रों के लोगों पर सरकार से संबंध रखने का आरोप लगाया, जिन पर उन्होंने कब्जा कर लिया था.
अधिकार समूह ने कहा कि पाकिस्तान के साथ सीमा पर स्थित शहर स्पिन बोलदाक में तालिबान द्वारा मारे गए 44 लोगों की एक सूची भी हासिल की थी, इन लोगों को तालिबान ने पिछले महीने पकड़ लिया था.
एचआरडब्ल्यू के सहायक एशिया निदेशक पेट्रीसिया गॉसमैन ने एक बयान में कहा, "ऐसे अत्याचारों पर नजर रखने वाले तालिबान कमांडर भी युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार हैं."
इससे पहले अमेरिका और ब्रिटेन ने भी तालिबान पर पाकिस्तानी सीमा के पास "नागरिकों की हत्या" करने का आरोप लगाया है. हालांकि तालिबान के नेता सुहैल शाहीन ने इन आरोपों से इनकार किया था.
अमेरिकी दूतावास ने एक बयान ट्वीट कर तालिबान पर दक्षिणी कंधार प्रांत के स्पिन बोलदाक क्षेत्र में दर्जनों नागरिकों की हत्या करने का आरोप लगाया. यहां भारी लड़ाई हुई थी. बयान को ब्रिटिश दूतावास ने भी ट्वीट किया था.
अफगानिस्तान में तालिबान बढ़त हासिल कर रहा है तो वहीं तालिबान और अफगान सरकार के बीच बातचीत में कोई नतीजा बाहर आता नहीं दिख रहा है.
एए/सीके (एएफपी, एपी, रॉयटर्स)