सीमेंट फैक्ट्री में पुराने टायरों का इस्तेमाल
१४ नवम्बर २०१३इस देश की अर्थव्यवस्था की 50 फीसदी ऊर्जा जरूरत कोयले और तेल पर निर्भर है. आठ साल पहले डोमिनिकन गणराज्य की सरकार ने पर्यावरण परिषद की स्थापना की. जर्मनी की मदद से इसे एक राष्ट्रीय पर्यावरण योजना बनाया जा रहा है.
सीओ2 उत्सर्जन से परेशान
राष्ट्रीय पर्यावरण परिषद के प्रमुख उमर रामीरेज बताते हैं, "हम उन कम कैरीबियाई और दक्षिण अमेरिकी देशों में हैं जिनके पास इस तरह की योजना है. हम चाहते हैं कि हर पांच साल में हमारा कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन कम हो. हमारा मकसद है कि 2030 तक जहरीले गैसों का उत्सर्जन अभी से एक चौथाई घट जाए."
यह एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है क्योंकि देश में कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन की मात्रा बढ़ती जा रही है. इसे बदलने के लिए सरकार एक खास प्रॉजेक्ट पर निर्भर है. देश की सड़कें यहां के नागरिकों के लिए अच्छी खासी परेशानी हैं. कैरीबियाई इलाके की गर्मी और बारिश से सड़कों में बड़े गड्ढे हैं और गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर अकसर टायर बदलते दिखते हैं. इसलिए यहां हर कोने पर गोमेरोस यानि टायर मेकैनिक मिल जाते हैं. टायर कारोबारी रेनाल्डो लारा का कहना हैं, "हर बार जब गाड़ी गड्ढे में घुसती है तो पहिये खराब होते हैं. हमारे यहां सत्तर प्रतिशत टायर पुराने हैं क्योंकि किसी के पास इतना पैसा नहीं कि वे नए टायर खरीद सकें."
टायर से सीमेंट
पुराने टायर जब बिलकुल बेकार हो जाते हैं तो रेनाल्डो इन्हें अपनी वर्कशॉप के पीछे जमा करते हैं. हफ्ते में एक दो बार टायर जमा करने वाले इन्हें ले जाते हैं और फिर इन्हें सीमेंट उद्योग को बेच दिया जाता है. एक टायर के करीब सात रुपये मिलते हैं.
डोमिनिकन गणराज्य की सबसे बड़ी सीमेंट फैक्ट्री सेमेक्स में हर दिन दर्जनों ट्रक टायरों के साथ पहुंचते हैं. सीमेंट बनाने के लिए तेल की जगह इन टायरों को जलाया जाता है. सेमेक्स के अधिकारी मिगेल आंद्रेस खूरी बताते हैं, "टायरों को वैसे भी फेंक दिया जाता है. अगर आप इनका इस्तेमाल नहीं करते तो इन्हें सड़कों पर छोड़ दिया जाता है. इन्हें गलने में हजार साल लगते हैं. अगर हम टायर जलाते हैं तो ईंधन की हमारी खपत कम होती है, उत्सर्जन कम होता है और पर्यावरण को भी फायदा होता है."
हर घंटे 80 टायरों को एक भट्ठी में जलाया जाता है जिससे कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा भी काबू में रहे. हालांकि इससे कंपनी के कुल उत्सर्जन पर फर्क नहीं पड़ता क्योंकि अब भी फैक्ट्री में सीमेंट उत्पादन कोयले पर निर्भर है.
लेकिन कम से कम सकारात्मक आइडिया की कमी नहीं. डोमिनिक गणराज्य चाहता है कि भविष्य में उसकी पहचान अलग तरीके से हो. पर्यावरण सुरक्षा करने में शांत समुद्र वाले देश के तौर पर.
रिपोर्टः के शुत्से/मानसी गोपालकृष्णन
संपादनः ईशा भाटिया