रोहिंटन मिस्त्री बुकर प्राइज की दौड़ में
३० मार्च २०११मैन बुकर पुरस्कार की घोषणा 18 मई को सिडनी में की जाएगी. इस साल की सूची में ब्रिटेने के जॉन ले कारे, फिलिप पुलमन और जेम्स केलमन शामिल हैं. हालांकि जॉन ले कारे ने नामांकन से इनकार कर दिया है. इस साल के नामांकन में खास बात यह है कि पहली बार चीन से भी दो लेखकों को शामिल किया गया है, वांग आन्यी और सू तोंग. वांग ने 1996 में 'सोंग ऑफ एवरलास्टिंग सॉरो' लिखा और सू का लघु उपन्यास 'वाइव्स एंड कॉन्क्यूबींस' एक हॉलिवुड फिल्म की कहानी का आधार बना. उपन्यास पर आधारित फिल्म 'रेज द रेड लैंटर्न' को ऑस्कर के लिए भी नामांकित किया गया.
इस साल भारतीय मूल के लेखक रोहिंटन मिस्त्री को भी नामांकित किया गया है. मिस्त्री इससे पहले अपनी तीन किताबों के लिए नामांकित हो चुके हैं. 1991 में उन्हें, 'सच ए लॉंग जर्नी', 1996 में 'ए फाइन बैलेंस' और 2002 में 'फैमिली मैटर्स' के लिए बुकर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था. बुकर पुरस्कारों के लिए भारत के लेखक भी कई बार चुने गए हैं. अरविंद अडिगा की व्हाइट टाइगर, अरुंधती रॉय की द गॉड ऑफ स्माल थिंग्स और सलमान रश्दी की मिडनाइट्स चिल्ड्रेन को बुकर प्राइज मिल चुका है.
इस साल अमेरिका के भी तीन लेखक पुरस्कारों के लिए प्रतिद्वंद्वी माने जा रहे हैं. फिलिप रोथ सहित मारिलिन रॉबिनसन और आन टाइलर भी नामांकन सूची में शामिल है. स्पेन के खुआन गोइतिसोलो, ऑस्ट्रेलिया से डेविड मालूफ, लेबनान से आमिन मालोफ और इटली के दासिया मारायनी को भी उनके उपन्यासों के लिए नामांकन सूची में रखा गया है.
अंतरराष्ट्रीय मैन बुकर पुरस्कार हर दो साल पर दिया जाता है. पुरस्कार के लिए उन लेखकों को चुना जाता है जो अंग्रेजी में लिखते हैं या फिर जिनके काम का अंग्रेजी में अनुवाद किया गया हो.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः एन रंजन