यमन में भारतीयों को देश छोड़ने की सलाह
२७ मई २०११भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान में कहा गया है, "यमन में स्थिति में परिवर्तन को देखते हुए और वहां हिंसक घटनाओं में बढ़ोतरी की वजह से सारे भारतीय नागरिकों से कहा जाता है कि वे सार्वजनिक सुविधाओं के रहते देश को छोड़ दें."
औपचारिक आंकड़ों के मुताबिक यमन में लगभग 11,000 भारतीय नागरिक रहते हैं और सरकार ने उन्हें घरों में ही रहने की सलाह दी है. मंत्रालय ने अपनी चेतावनी में लिखा है, "जब तक वे देश से बाहर निकलने में असमर्थ हैं, भारतीय नागरिकों को जहां तक हो सके घर पर ही रहना चाहिए. यमन में भारतीय दूतावास और वहां के राजदूत सामान्य रूप से काम करते रहेंगे." मंत्रालय के मुताबिक राजधानी सना में कोई भी भारतीय नागरिक दूतावास से संपर्क कर सकता है और मदद मांग सकता है.
राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के शासन के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के बाद अब यमन की राजधानी सना में सरकारी सुरक्षा बलों और कबायली सेनाओं के बीच लड़ाई छिड़ गई है. विश्लेषकों का मानना है कि देश में स्थिति गृहयुद्ध जैसी हो गई है, क्योंकि यमन की सेना भी बंट चुकी है. कुछ सैनिक सरकार का पक्ष ले रहे हैं जबकि कुछ कबायली नेताओं का साथ देना पसंद करते हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/एमजी
संपादनः वी कुमार