महासमर के नतीजों का वक्त आ गया
२३ मई २०१९चुनाव आयोग ने मतगणना के लिए अपनी तैयारी तो पूरी कर ली है. इसके साथ ही राजनीतिक दल और उनके समर्थक भी अपने अपने खेमे में खम ठोक कर तैयार हो गए हैं. चुनाव नतीजों के मद्देनजर देश भर में सुरक्षा इंतजाम भी पुख्ता किए गए हैं और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है.
एग्जिट पोल के नतीजों में सत्ताधारी बीजेपी के फिर से वापसी की उम्मीद जताई गई है, हालांकि राजनीतिक विश्लेषक और विपक्षी दल इस पर बहुत भरोसा नहीं करने की बात कह रहे हैं. तमाम राजनीतिक दल आपस में चुनाव बाद की परिस्थिति पर चर्चा करने के लिए पहले से ही मुलाकातों का सिलसिला शुरू कर चुके हैं.
मंगलवार को सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फूलों के हार से सदस्यों ने स्वागत किया. इस दौरान गठबंधन के फिर से सत्ता में आने पर नीतियों के एजेंडे पर भी चर्चा हुई.
इस बीच विपक्षी दलों ने अपने समर्थकों और मतदाताओं से अपील की है कि वो आखिरी नतीजे आने तक इंतजार करें. उन्होंने एग्जिट पोल के नतीजों को "गॉसिप" करार दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के सदस्यों को सोशल मीडिया पर दिए संदेश में कहा है, "फेक एग्जिट पोल के प्रभाव में आ कर निराश ना हों." विपक्षी दल ईवीएम से छेड़छाड़ की भी आशंका जता रहे हैं हालांकि चुनाव आयोग ने उनकी मांग खारिज कर दी है.
भारतीय शेयर बाजार ने एग्जिट पोल के बाद सोमवार को 13 सितंबर के बाद से सबसे ज्यादा बढ़त हासिल की और उम्मीद की जा रही है कि अगर नतीजे एग्जिट पोल के अनुसार रहे तो गुरुवार को एक बार फिर इसमें तेजी रह सकती है.
कुल 542 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान कराए गए हैं. इसमें भारतीय जनता पार्टी के पास 268 सीटें हैं जबकि विपक्षी दल कांग्रेस के पास 45. क्षेत्रीय पार्टी एआईएडीएमके के पास 36 और तृणमूल कांग्रेस के 33 सांसद हैं. इसके अलावा शिवसेना के 18, तेलगुदेशम पार्टी के 15 और तेलांगाना राष्ट्र समिती यानी टीआरएस के 10 सांसद हैं.
अगर बीजेपी सत्ता में वापसी करती है तो वह स्वतंत्र भारत की दूसरी पार्टी होगी जो अपना 5 साल का अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता में चुनी जाएगी. इसके पहले अब तक सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही ऐसा कर सकी है.
एनआर/एमजे (रॉयटर्स)