बारिश के बावजूद राहुल के साथ किसानों का तांता
९ जुलाई २०११समाचार एजेंसी पीटीआई का कहना है कि सुबह तड़के से ही किसान बसों, ट्रकों और ट्रैक्टर लॉरियों में सवार होकर अलीगढ़ के नुमाइश ग्राउंड में पहुंचने लगे. यहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट और जितिन प्रसाद के अलावा यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष रीता बहुगुणा भी वहां पहुंच चुकी हैं.
भारी बारिश की वजह से आयोजनस्थल पर कई जगहों पर पानी भर गया और वाटरप्रूफ टेंट भी नाकाम साबित हुआ. राहुल गांधी के आगमन को देख कर वाटरप्रूफ टेंट जैसी खास व्यवस्था की गई थी. लेकिन पानी रुकने के साथ ही भीड़ वहां जमा होने लगी.
शुक्रवार रात से डेरा जमाए मेरठ के कांग्रेस नेता जेपी सिंह ने कहा, "हम यहां पहुंचे हैं क्योंकि हमें लगता है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में बदलाव हो सकता है." कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के जमावड़े की वजह से शहर में कोई भी होटल खाली नहीं है.
आयोजनस्थल पर राहुल गांधी का विशाल पोस्टर लगाया गया है. राहुल गांधी की वजह से इलाके में कई स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है. गुरुवार को राहुल गांधी के काफिले में एक शख्स लाइसेंसी पिस्तौल लेकर घुस गया था, जिससे हड़कंप मच गया था. शुक्रवार के बाद राहुल गांधी दिल्ली लौट जाएंगे.
उन्होंने पदयात्रा को एक कभी न भूल सकने वाला अनुभव बताया, "आप लोगों से बात करके मैं बहुत कुछ सीखा हूं. मैं जवान हूं और जमीन अधिग्रहण पर आप लोगों से मैंने बहुत कुछ ज्ञान हासिल किया है. मैं अपने पूरे जीवन में यह बातें नहीं भूल सकता और सच तो यह है कि मैं आप लोगों से बहुत कुछ साथ ले जा रहा हूं."
राहुल गांधी का कहना है, "आप लोगों को उतना ही पता है जितना कि योजना आयोग में बैठे लोगों को या कानून बनाने वाले लोगों को. आप लोगों से जो कुछ मैंने सीखा है, वह दिल्ली में रहते कभी नहीं सीख सकता था."
मंगलवार को भट्टा गांव में राहुल गांधी ने अपनी पदयात्रा शुरू की. इसके बाद भारी गर्मी में उन्होंने 70 किलोमीटर लंबा सफर तय किया. हालांकि विपक्ष के नेता उनकी इस यात्रा को ड्रामा बता रहे हैं. उनका कहना है कि राहुल सिर्फ दिखावे के लिए गरीबों के पास जा रहे हैं, जबकि कांग्रेस का असली मकसद तो वोट बटोरना है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एस गौड़