पाकिस्तान में सड़कों पर बिन लादेन के समर्थक
६ मई २०११इस रैली का आयोजन धार्मिक और राजनीतिक पार्टी जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई) ने कराया. इसमें प्रदर्शनकारियों ने ओसामा बिन लादेन के समर्थन में नारे लगाए और अमेरिकी झंडों को जलाया. जेयूआई के एक वरिष्ठ नेता अब्दुल कादिर लूनी ने बताया, "मुसलमानों के लिए ओसामा की कुर्बानी को हमेशा याद रखा जाएगा. उसने अमेरिका जैसे सबसे बड़े शैतान को चुनौती दी और दुनिया भर के मुसलमानों को जगाया."
पार्टी के पूर्व सीनेटर और वरिष्ठ नेता हफीज फजल बारेच ने कहा कि अमेरिका के हाथों बिन लादेन की मौत के बाद हजारों बिन लादेन पैदा होंगे. उन्होंने कहा, "एक ओसामा शहीद हो गया है. अब हजारों ओसामा पैदा होंगे क्योंकि उसने मुसलमान विरोधी बलों के खिलाफ एक आंदोलन शुरू किया जो किसी एक शख्स पर निर्भर नहीं करता. अमेरिका ने पहले ओसामा को शहीद किया और फिर उसे लाश बताया." उन्होंने कहा कि अमेरिका के खिलाफ जिहाद जारी रहेगा.
पाकिस्तान की सबसे बड़ी धार्मिक पार्टी जेयूआई ने देश भर में अमेरिकी अभियान की निंदा के लिए प्रदर्शनों का आह्वान किया है. क्वेटा में हुई रैली में लगभग डेढ़ हजार लोगों ने हिस्सा लिया. बिन लादेन की मौत के बाद पाकिस्तान में अमेरिका विरोधी भावनाएं प्रबल हो गई हैं. मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड समझे जाने वाले हाफिज सईद से संगठन जमात-उद-दावा ने भी शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह