नीलम चक्रवात की आहट से सहमा चेन्नई
३१ अक्टूबर २०१२इस चक्रवात में हवाओं और पानी का वेग इतना ज्यादा है कि इसकी वजह से झोपड़ियों की छप्पर उड़ने और पेड़ों के जड़ से उखड़ने का अंदेशा है. अधिकारियों के मुताबिक तमिलनाडु और पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में इसकी वजह से बिजली की सप्लाई और टेलिफोन समेत दूसरी सामुदायिक सेवाएं बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है. मौसम विभाग से जारी चेतावनी के मुताबिक हवाओं का वेग 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकता है और भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है. चक्रवात के कारण समंदर में 1.5 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की आशंका जताई जा रही है.
मौसम विभाग ने प्रभावित इलाके के कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर चले जाने का निर्देश दिया है और मछुआरों को सागर में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है. नीलम चक्रवात 350 किलोमीटर में फैले तटवर्ती इलाके में दस्तक देगा. तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई चक्रवात से प्रभावित इलाके के बिल्कुल बीचोबीच मौजूद है. चेन्नई में प्रशासनिक अधिकारी जयरामन ने कहा, "हमने सभी स्कूल कॉलेजों को बंद करने की सलाह दी है. सभी समुद्री गतिविधियां स्थगित कर दी गई हैं और सरकार स्थिति पर बारीकी से निगाह रख रही है."
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि वो आपात स्थिति में राहत के लिए हेलीकॉप्टर और बोट का इंतजाम कर रहे हैं. पहले से मौजूद शेल्टर होम के साथ ही स्कूल, और सामुदायिक भवनों की संभावित राहत शिविर के लिए पहचान कर ली गई है. चक्रवात के कारण अगले 24 घंटे में 25 सेंटीमीटर या ज्यादा बरसात होने की आशंका जताई गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, "ज्यादातर प्रभावित इलाके में बारिश होगी जबकि दक्षिणी तटवर्ती आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और उत्तरी तमिलनाडु के कुछ इलाकों में भारी या मूसलाधार बारिश होने की आशंका है."
तमिलनाडु के कडलोर और आंध्रप्रदेश के नेल्लोर में इस चक्रवात की वजह से भारी बारिश होने के आसार हैं. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि चेन्नई के दक्षिण और दक्षिण पूर्व में चक्रवाती आंधी सुबह साढ़े पांच बजे से उठी हैं और इनका रुख उत्तर और उत्तर पश्चिम की ओर मुड़ गया है जहां से यह तमिलनाडु पार कर आंध्रप्रदेश के नेल्लोर की ओर जाएंगी.
चक्रवात के कारण चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लुर और नेल्लोर जिले में अगले 24 घंटे के भीतर 25 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश होने की चेतावनी दी गई है. इस दौरान समंदर में लहरों का स्तर बहुत ऊंचा रहेगा. उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और साथ लगते दक्षिण आंध्रप्रदेश में अगले 36 घंटे के लिए लोगों को समुद्र तट से दूर रहने की चेतावनी दी गई है. चेन्नई और कडलोर समेत कई जिलों में स्कूल कॉलेज लगातार दूसरे दिन भी बंद हैं.
एनआर/एमजे (पीटीआई, एएफपी)