ग्बाग्बो के मन में क्या है
६ अप्रैल २०११ग्बाग्बो राष्ट्रपति भवन में अपने बंकर में छिपे हुए हैं. चुनाव में जीतने वाले उनके प्रतिद्वंद्वी अलासाने वतारा के सैनिकों ने उन्हें घेर लिया है. संयुक्त राष्ट्र और फ्रांस के सैनिक हवाई जहाजों के साथ वतारा की मदद कर रहे हैं. लेकिन ग्बाग्बो ने अभी तक उम्मीद नहीं छोड़ी है. फ्रांस के विदेश मंत्री ऐलेन जुप्पे ने कहा है कि अजीब बात है कि अब भी वह आत्मसमर्पण के लिए तैयार नहीं हैं. लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि अब यह सिर्फ कुछ घंटों का मामला रह गया है. फ्रांसीसी सेना के प्रमुख एडुयार गिलो ने भी इस संभावना की पुष्टि की है.
इससे पहले एक फ्रांसीसी टीवी स्टेशन के साथ टेलीफोन साक्षात्कार में ग्बाग्बो ने कहा था कि वह सिर्फ युद्धविराम की शर्तों पर बात कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के हवाई हमले में उनका शस्त्र भंडार ध्वस्त हो चुका है. उन्होंने कहा कि मरना उनका मकसद नहीं है. उनका कहना था कि आइवरी कोस्ट में शांति के लिए जरूरी है कि वतारा के साथ उनकी बातचीत हो.
मंगलवार को फ्रांस की संसद में विदेश मंत्री जुप्पे ने कहा था कि ग्बाग्बो के प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त राष्ट्र और फ्रांस के दूतों की बातचीत हो रही है. बातचीत में भाग लेने वाले ग्बाग्बो सरकार के प्रवक्ता अहुआ डॉन मेलो ने इस बीच कहा है कि कुछ मुद्दों पर बातचीत चल रही है. लेकिन ग्बाग्बो ने अभी तक किसी दस्तावेज पर दस्तखत नहीं किए हैं.
संयुक्त राष्ट्र की ओर से कहा कहा गया है कि अबीजान और देश के अन्य भागों में लड़ाई थम चुकी है और आइवरी कोस्ट के जनरलों ने संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों से कहा है कि वे ग्बाग्बो के सैनिकों के हथियार जब्त करते हुए उन्हें अपनी हिफाजत में लें.
लेकिन पश्चिमी राजनयिक सूत्रों का कहना है कि अबीजान के कुछ इलाकों में अब भी गोलीबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ए कुमार