आइवरी कोस्ट की लड़ाई में उतरा संयुक्त राष्ट्र
५ अप्रैल २०११एक चश्मदीद ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र और फ्रांस के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों ने ग्बाग्बो के सैनिक बेस पर मिसाइलें दागीं जिनसे आसपास के घर हिल गए और धमाकों से खिड़कियों के शीशे टूट गए. फ्रांस ने कहा है कि उसकी सेनाएं संयुक्त राष्ट्र की अपील पर शांति मिशन की मदद कर रही हैं. अधिकारियों के मुताबिक फ्रांसीसी सेना का निशाना ग्बाग्बो की सेना के पास मौजूद भारी हथियारों और हथियारबंद गाड़ियों का जखीरा है.
आखिरी हमले की तैयारी
चुनाव जीतकर भी सत्ता से दूर बैठे अलासाने ओउतारा के समर्थक सैनिक आबिदजान शहर में जमा हो गए हैं. उनका कहना है कि वे लॉरां ग्बाग्बो को सत्ता से हटाने के लिए आखिरी हमले की तैयारी कर रहे हैं. राष्ट्रीय प्रसारण सेवा आरटीआई के मुताबिक राष्ट्रपति भवन की तरफ से गोलाबारी की आवाज सुनाई दे रही है.
ओउतारा समर्थक हजारों सैनिक उत्तर की ओर से आबिदजान में घुसे हैं. उनके पास भारी मशीनगन, क्लाशनिकोव और रॉकेट लॉन्चरों से भरी गाड़ियां हैं. उनके कमांडिग ऑफिसर इसियाका वात्ताओ ओउतारा ने बताया कि उनके साथ चार हजार सैनिक हैं जबकि पांच हजार पहले से ही शहर में हैं.
पूछे जाने पर वात्ताओ ने बताया कि आबिदजान को हासिल करने में उन्हें 48 घंटे का वक्त लगेगा, हालांकि इसकी शुरुआत कब होगी, यह अभी तय नहीं है.
यूरोपीय संघ का समर्थन
यूरोपीय संघ ने भी संयुक्त राष्ट्र की इन कोशिशों का समर्थन किया है. यूरोपीय संघ के अध्यक्ष हर्मन फान रोंपुई ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष ज्यॉं पिंग से मुलाकात के बाद जारी बयान में कहा, "मैं आइवरी कोस्ट में नागरिकों की रक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र की कोशिशों का स्वागत करता हूं. शांति के लिए ग्बाग्बो को पद छोड़ देना चाहिए. उन्हें हटाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का मैं समर्थन करता हूं."
रोंपुई ने कहा कि आइवरी कोस्ट में हालात गंभीर बने हुए हैं. शुक्रवार को यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख कैथरीन ऐश्टन ने ग्बाग्बो से फौरन इस्तीफा देने की अपील की थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन