अमेरिका ने ब्राजील पर यात्रा प्रतिबंध लगाया
२६ मई २०२०कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर के 210 देश और क्षेत्र प्रभावित हैं और इस महामारी की चपेट में दुनिया के 54 लाख लोग हैं. पिछले साल चीन के वुहान से निकला वायरस सबसे ज्यादा तबाही अमेरिका में मचा चुका है. लेकिन अब ब्राजील दुनिया के सबसे संक्रमित देशों में से एक के रूप में उभर रहा है. इस दक्षिणी अमेरिकी देश में कोरोना वायरस के कारण रोजाना होने वाली मौतों को देखते हुए अमेरिका ने यात्रा संबंधी पाबंदियों को दो दिन आगे ला दिया है.
कोविड-19 के कारण ब्राजील में अब अमेरिका के मुकाबले रोजाना अधिक मौतें हो रही हैं. व्हाइट हाउस ने समय में संशोधन करते हुए कहा है कि प्रतिबंध 26 मई की रात 11.59 बजे से लागू हो जाएगा. रविवार को जब यात्रा प्रतिबंध की घोषणा हुई थी तो तारीख 28 मई बताई गई थी. दो दिन पहले ही ब्राजील रूस की जगह लेते हुए अमेरिका के बाद कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में दूसरे स्थान पर पहुंच गया था. वॉशिंगटन द्वारा लगाया गया प्रतिबंध उन लोगों पर भी प्रभावी होगा जिन्होंने पिछले दो हफ्ते में ब्राजील की यात्रा की है.
सोमवार को ब्राजील में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की संख्या पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक दर्ज की गई और इस मामले में देश ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है. ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सोमवार को देश में 807 मौतें हुईं जबकि अमेरिका में कोविड-19 के कारण 620 लोगों की जानें गईं. रॉयटर्स की तालिका के मुताबिक ब्राजील में कोविड-19 के कुल 374,898 मामले हैं, अमेरिका में कुल मौतें 97,988 हुईं जबकि ब्राजील में 23,473 मौतें.
हालांकि व्हाइट हाउस ने यात्रा संबंधी रोक को आगे लाने का कोई कारण नहीं बताया है. यात्रा पर प्रतिबंध दक्षिणपंथी विचारधारा वाले ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोल्सोनारो के लिए एक तरह का झटका है, जिन्होंने कई मामलों में अमेरिकी राष्ट्रपति के उदाहरण का अनुसरण किया. उन्होंने महामारी के मामले को संबोधित करने में डॉनल्ड ट्रंप की ही तरह बिना ट्रायल की दवाओं के इस्तेमाल करने की पैरवी की. बोल्सोनारो ने भी ट्रंप की ही तरह शुरूआत से ही महामारी को कमतर देखा.
उन्होंने शुरूआती चरणों में महामारी को "हल्की सर्दी" तक बता डाला. तो वहीं ट्रंप ने कहा था कि वायरस बहुत जल्दी चला जाएगा. व्हाइट हाउस का कहना है कि यात्रा प्रतिबंध के कारण विदेशी अपने साथ अतिरिक्त संक्रमण नहीं लेकर आएंगे हालांकि उसके मुताबिक वाणिज्य प्रवाह पर प्रतिबंध लागू नहीं होगा. ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बैन अस्थायी होगा.
ब्राजील की पहले से ही नाजुक अर्थव्यवस्था पर लॉकडाउन का बहुत बुरा असर पड़ा है. ज्यादा से ज्यादा राज्य और स्थानीय स्तर की सरकारों ने नागरिकों को घर पर ही रहने और कारोबार और काम धंधे बंद करने के आदेश दे दिए थे. ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो और राज्यों के गवर्नरों के बीच ऐसे आदेशों को लेकर कई हफ्तों तक मतभेद चलते रहे. बोल्सोनारो ने कभी भी सख्त लॉकडाउन का समर्थन नहीं किया.
एए/सीके (रॉयटर्स)
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