भारत से गैरजरूरी आवाजाही पर रोक चाहता है ईयू
१३ मई २०२१आयोग ने कहा कि उसका प्रस्ताव विश्व स्वास्थ्य संगठन के सोमवार को लिए फैसले पर आधारित है जिसमें भारतीय वैरिएंट B.1.617.2 का स्तर बढ़ाकर ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्स' किया गया था. यूरोपीय आयोग ने एक बयान में कहा कि संघ के सदस्य देश भारत से गैरजरूरी यात्राओं पर इमरजेंसी ब्रेक लगाएं.
आयोग ने कहा. "यह आवश्यक है कि भारत से यात्राओं की श्रेणी को सख्ती से न्यूनतम कर दिया जाए और सिर्फ जरूरी कामों से आवाजाही को ही इजाजत दी जाए. जिन्हें भारत से यूरोप में आना हो उनके लिए सख्त जांच और क्वॉरन्टीन की व्यवस्था की जाए." पिछले हफ्ते यूरोपीय कमीशन ने प्रस्ताव दिया था कि 27 सदस्य देश जून से और ज्यादा देशों से आवाजाही शुरू कर सकते हैं. हालांकि इस प्रस्ताव में किसी देश में हालात बिगड़ने पर आवाजाही को एकदम बंद करने का विकल्प खुला रखने को कहा गया था.
किसी सदस्य देश ने फिलहाल कमीशन की सलाह पर अमल नहीं किया है लेकिन वे अपने-अपने स्तर पर इस तरह के प्रतिबंध लागू कर सकते हैं.
भारत में स्थिति गंभीर
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है. बुधवार को देश में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या दो लाख 50 हजार को पार कर गई. मंगलवार और बुधवार को चार हजार से अधिक मौतें दर्ज की गई. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक दो करोड़ 37 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि असली संख्या कहीं ज्यादा है. कई विशेषज्ञ कह चुके हैं कि भारत में मरने वालों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है.
वैसे, इस बात पर राहत जताई गई है कि संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं लेकिन कुछ विशेषज्ञ अभी किसी तरह की लापरवाही न बरतने की सलाह देते हैं. भारत के जाने माने विषाणुविज्ञानी डॉ. शाहिद जमील के हवाले से अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि मामले भले ही कम हो रहे हों लेकिन मामले घटने की रफ्तार काफी कम है.
डॉ जमील ने अखबार को बताया, "यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि हम सर्वोच्च स्तर हासिल कर चुके हैं. कुछ संकेत मिले हैं जो कहते हैं कि मामले कम हो रहे हैं लेकिन हमें नहीं भूलना चाहिए कि हम पहले ही बहुत ऊंचे स्तर पर हैं. चार लाख रोज के मामलों पर जाकर सर्वोच्च स्तर आया है."
कई देशों की भारत से आवाजाही बंद
दुनिया के अनेक देशों ने भारत से आवाजाही पर रोक लगा रखी है. पिछले मंगलवार से अमेरिका ने भारत से गैरजरूरी आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी थी. अरब देशों ने भी भारत से आने-जाने पर लगी रोक बढ़ा दी थी. ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर कहा है कि भारत के साथ सीमाएं नहीं खोली जाएंगी. हालांकि भारत से आने पर लगी रोक फिलहाल 15 मई तक है लेकिन इसके आगे बढ़ने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. बुधवार को मीडिया से बातचीत में वहां के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि निकट भविष्य में सीमाएं खोलने की कोई संभावना नहीं है.
उन्होंने कहा, "महमारी पहले से ज्यादा खतरनाक हो चुकी है और अब यह वायरस विकासशील देशों में फैल रहा है. हमने सख्त नाकेबंदी के जरिए अब तक खुद को सुरक्षित रखा है और मैं इस सुरक्षा को खतरे में नहीं डाल सकता. इसलिए निकट भविष्य में तो सीमाएं खुलने की गुंजाइश नहीं दिखती."
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि भारतीय वैरिएंट अब तक 44 देशों में पहुंच चुका है.