एमेजॉन पर महिलाओं ने किया भेदभाव का मुकदमा
२१ मई २०२१एमेजॉन के खिलाफ उसकी ही पांच महिला कर्मचारियों ने भेदभाव और प्रतिशोधात्मक मुकदमे दर्ज कराए हैं. इन कर्मचारियों ने कॉपोर्रेट भूमिकाओं में या गोदाम प्रबंधन में ई-कॉमर्स कंपनी में काम किया है. शिकायत करने वाली महिलाओं में से दो अश्वेत हैं, एक श्वेत, एक लैटिन और एक एशियाई अमेरिकी है. तीन महिलाएं अभी भी एमेजॉन में काम करती हैं जबकि दो ने कंपनी छोड़ दी. शिकायत करने वाली महिलाओं की उम्र 20 से लेकर 60 के बीच है. उन्होंने अलग-अलग जिला अदालतों में दायर मुकदमे में आरोप लगाया कि जब उन्होंने नस्ल, लिंग, यौन उत्पीड़न या भेदभाव का अनुभव किया और इसकी आंतरिक रूप से शिकायत की तो "श्वेत प्रबंधकों" द्वारा प्रतिशोध किया गया.
विगडोर एलएलपी पार्टनर्स, लॉरेंस एम पियर्सन और जीन एम क्रिस्टेंसन ने शेर्लोट न्यूमाना ब्लैक एमेजॉन मैनेजर का प्रतिनिधित्व किया और कहा कि एमेजॉन की महिलाओं और कर्मचारियों ने दबी आवाज में उत्पीड़न और भेदभाव की शिकायतें की हैं. एक और पीड़ित पर्ल थॉमस, जो एक 64 वर्षीय अश्वेत महिला हैं, उन्होंने मुकदमे में आरोप लगाया कि उनको अपने बॉस की नस्लवादी टिप्पणियों के बारे में शिकायत करने के बाद प्रदर्शन सुधार योजना पर रखा दिया गया था. एमेजॉन के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी इन सभी संबंधित मामलों की गहन जांच कर रही है. प्रवक्ता के हवाले से कहा गया,''हमें आरोपों का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं मिला है. एमेजॉन एक विविध, न्यायसंगत और समावेशी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत करता है. हम किसी भी रूप में भेदभाव या उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करते हैं. कर्मचारियों को प्रबंधन के माध्यम से लगातार प्रोत्साहित किया जाता है.''
एए/सीके (एएफपी)