100 की उम्र देने वाला गांव
१७ जुलाई २०१३चीन के इस गांव में रहने वाले एक व्यक्ति ने गृह युद्ध, सूखे से लेकर कई घटनाएं देखी हैं. इस गांव में रहने वाले कुछ लोग एकदम ठंडे घरों में रहते हैं और वह भी मामूली कमाई पर लेकिन ये दुनिया के सबसे वृद्ध लोगों में शामिल हैं.
चीन का चेंगमाई गांव हैनान इलाके का है जहां कई गांवों में संतरों की खेती होती है. यहां दुनिया के सबसे ज्यादा शतायु लोग रहते हैं. 5,60,00 की आबादी में यहां 200 लोगों ने पूरी सदी देखी है.
इतना ही नहीं इनमें से कम से कम तीन सुपर बुजुर्ग हैं, यानी ऐसे लोग जिनकी उम्र 110 साल या उससे ज्यादा हो गई है. दुनिया भर में ऐसे सिर्फ 400 लोग हैं.
ली आइजु के रेसिंडेंस परमिट में देखा जा सकता है कि वह 1900 में पैदा हुईं. जहां वह अपने बचपन से अब तक सीमेंट के कमरे में रहती हैं और अपने फार्महाउस पर बत्तखों को देखती हैं. जब अधिकारी उन्हें लॉन्गेविटी सेलिब्रिटी यानी लंबे उम्र के लिए सम्मान देने पहुंचे तो मिचमिचाती आंखों वाली ली आइजु ने पूछा कि ये कौन लोग हैं. उनके परिजनों ने बताया कि अब ये तमगा उनके घर की एक बेंच पर टंगा हुआ है. इस तमगे के साथ उन्हें हर महीने 500 युआन और मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी गई है.
ऐसे ही दीर्घायु लोग क्यूबा, ग्रीस के द्वीप, कोस्टा रिका के प्रायद्वीप और जापान के कुछ इलाकों में भी रहते हैं. (बुजुर्गों से टूटती यूरोप की कमर)
क्यों और कैसे
वैज्ञानिक अब ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि दुनिया के अलग अलग हिस्से में रहने वाले इन शतायु लोगों के लंबे जीवन का राज क्या है. वह इसके लिए परिवार, मेहनत, और शाकाहारी जीवन शैली पर ध्यान रहे हैं.
जहां चीन ने जापानी आक्रमण, गृह युद्ध में कम्युनिस्टों की जीत से लेकर नियोजित अर्थव्यवस्था से मार्केट इकोनॉमी तक कई बदलाव देख चुका है. वहीं चेंगमाई के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया. वे लोग वही कर रहे हैं जो पहले करते थे, खेती.
86 साल के वांग काइलु कहते हैं, "मैंने खेती के अलावा कोई कसरत नहीं की है. वे भी बाकी लोगों की तरह अपनी पत्नी वु आइहे के साथ सादे घर में रहते हैं." उन्होंने बताया कि दूसरे विश्व युद्ध में जापान के हथियार डालने के एक दिन बाद उन्होंने शादी की थी, 68 साल पहले.
क्या है राज
बुढ़ापे पर शोध करने वालों का कहना है कि लंबी आयु के पीछे कई कारण हैं. अमेरिकी सोशल साइंस रिसर्च काउंसिल का एक अभियान है जो चीन के पर्यावरण और स्वास्थ्य पर शोध कर रहा है. इस संस्था की जेनिफर होल्डअवे ने कहा कि पूरी अर्थव्यवस्था खेती के आसपास है. "आसपास उद्योग नहीं हैं, पर्यावरण अच्छा है, शारीरिक कसरत होती रहती है. खान पान स्वस्थ है. खूब फल और सब्जियां उपलब्ध हैं. मिट्टी में जरूरी पोषक तत्व सेलेनियम भी प्रचुर है."
हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि हल्की सी शराब इसमें अहम भूमिका निभाती है. शू यूहे 104 साल की हैं. वो कहती हैं कि हर दिन वह तीन कोकोनट स्प्रिंग के पैग लेती हैं. 80 साल की शेंग शी बताती हैं, "मैं हर शाम को शराब पीती हूं, बिलकुल थोड़ी सी. इससे गर्म रहने में मदद मिलती है. शी के 31 बच्चे और नाती पोते और पड़पोते हैं.
जानकारों का कहना है कि सक्रिय सामाजिक जीवन से भी जीवन लंबा होता है. चेंगमाई में इसकी कोई कमी नहीं. शाम ढले अक्सर लोग ताश खेलते और बतियाते मिल जाएंगे. इतना ही नहीं वे साथ बैठ कर ओपेरा भी सुनते हैं. शी कहती हैं, "मैं यहां हर सुबह कसरत करने आती हूं. ओपेरा देखती हूं और चाय पीती हूं."
चेंगमाई की कम्युनिस्ट पार्टी कमेटी ने इन लोगों पर एक शोध शुरू किया है. इस शोध के मुताबिक, इन "लोगों का मेहनती, सादा, उदार जीवन तो लंबी उम्र का कारण है ही, साथ ही शाकाहारी खाना, जल्दी सोना जल्दी उठना भी इससे जुड़ा है."
चीन ने अपने यहां के शतायु लोगों के बारे में गानों में शामिल किया है और खुद को लंबी आयु का सेंटर बना कर पेश कर रहे हैं.
मुनाफा बनाने वाली कंपनियों ने हैनान का खूब फायदा उठाया है और उम्मीद कर रही हैं कि आने वाले दिनों में यह चीन के रिटायर्ड लोगों का हॉट स्पॉट बन जाएगा. लॉन्गेविटी सिटी नाम की एक इमारत भी इस विज्ञापन का हिस्सा है. लेकिन चेंगमाई ने बूढ़े लोगों की सेहत पर निवेश बंद कर दिया है.
एक रोचक तथ्य यह है कि लंबी उम्र वाले लोग कभी भी अमीर इलाकों के नहीं होते. होल्डअवे कहती हैं, "अगर आप ऐसे माहौल में हैं जहां आपको ज्यादा आराम नहीं है. सादा घर, मच्छरदानी, पुरानी कुर्सियां. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप उत्तर में रह हैं, जहां आप घरों में ही रहते हैं और जहां ताजा खाना महंगा होता है."
113 साल की ली आइजु की पड़पोती यी मेई के पास इसका आसान जवाब है, "हमने उनसे (पड़दादी) एक बार पूछा था. उन्होंने कहा कि कि वह मूंगफली का तेल बहुत खाती हैं. इसलिए वह इतनी बड़ी हैं. यह उनका राज है."
रिपोर्टः आभा मोंढे (एएफपी)
संपादनः ए जमाल