सीरियाई समझौते की अड़चनें
२४ जनवरी २०१४दोनों पक्ष स्विट्जरलैंड के जेनेवा शहर में संयुक्त राष्ट्र के दफ्तर में मिल रहे हैं लेकिन सीरियाई सरकार और विपक्ष के बीच मतभेद अभी से सामने आ रहे हैं. सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. राजधानी दमिश्क से सरकार के प्रतिनिधियों ने कहा कि सम्मेलन को आतंकवाद निरोध और देश में उग्रवादियों के खतरे को खत्म करने के नाम करना चाहिए जबकि सीरियाई विपक्ष के राष्ट्रीय गठबंधन एसएनसी इससे सहमत नहीं है.
एसएनसी चाहता है कि बातचीत सीरिया में अंतरिम सरकार बनाने से शुरू हो और राष्ट्रपति बशर अल असद को विदा करने की तैयारी तक पहुंचे. सरकार ने लेकिन इन शर्तों को मानने से मना कर दिया है.
एसएनसी के प्रमुख अहमद जरबा ने सीरियाई सरकार को एक "मरता हुआ" और "अपराधी" शासन बताया है. वहीं सीरियाई अधिकारी विपक्षी गठबंधन की नैतिकता पर सवाल उठा रहे हैं. इसके बावजूद सीरिया के विपक्ष को उम्मीद है कि देश में संघर्ष का हल करने के लिए कोई न कोई उपाय निकल आएगा. विपक्ष के नेता बुरहान गालियून ने कहा, "हमें पता है कि राजनीतिक समझौते का रास्ता बहुत लंबा है लेकिन हर यात्रा की शुरुआत पहले कदम से शुरू होती है."
तीन साल से चल रहे गृह युद्ध में 1,30,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. सरकार विरोधी लड़ाकों ने देश के कई हिस्सों को कब्जे में करने की कोशिश की है और सरकार की जवाबी कार्रवाई ने भी आम जिंदगी को अस्त व्यस्त कर दिया है. कई विरोधी लड़ाके सरकार की हिरासत में हैं. विशेषज्ञ इस बातचीत से ज्यादा उम्मीद नहीं लगा रहे और उनका मानना है कि दोनों पक्षों के बीच बहस 10 दिन चल सकती है.
लेकिन कूटनीतिज्ञों की राय है कि दोनों पक्ष एक साथ बैठ कर बात करने के लिए तैयार हो गए हैं, यह अपने आप में एक सफलता है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "हमने प्रक्रिया शुरू कर दी है. दोनों पक्षों को एक कमरे में लाना अहम है. दोनों जेनेवा आए हैं, यह अहम है." संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, रूस और सीरिया से सरकार और विपक्ष के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल हो रहे हैं.
एमजी/एजेए (एएफपी, डीपीए)