श्टाइनर के लिए फैसले का साल
१ जनवरी २०१३मथियास श्टाइनर अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं. इसीलिए उन्होंने अप्रैल में होने वाले यूरोपीय चैंपियनशिप से पीछे हटने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि अपने खेल भविष्य के बारे में फैसला वे अक्टूबर में विश्वकप से पहले करेंगे. उन्होंने कहा, "अप्रैल में यूरोपीय चैंपियनशिप में मैं हर हालत में नहीं खेल पाउंगा और विश्वकप अभी बहुत दूर है. लेकिन तब तक मैं फैसला कर लूंगा."
खेल समीक्षक भारोत्तोलन के अत्यंत लोकप्रिय स्टार के शीघ्र संन्यास लेने की संभावना से इंकार नहीं कर रहे हैं. लंदन ओलंपिक के दौरान पांच महीने पहले लगे चोट से बीजिंग ओलंपिक में सोने का पदक जीतने वाले श्टाइनर अभी भी उबर नहीं पाए हैं और अभी भी फिट नहीं हुए हैं. पिछली गर्मियों में 196 किलोग्राम का वजन उनके कंधे पर गिर गया था. इसकी वजह से उन्हें छाती में और रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी. उसके बाद से वे किसी मुकाबले में भाग नहीं ले पाए हैं.
मथियास श्टाइनर मूल रूप से ऑस्ट्रिया के हैं, लेकिन 2008 में उन्होंने जर्मन नागरिकता ले ली थी. उन्होंने कहा, "मानसिक रूप से यह दुर्घटना उनके लिए कोई समस्या नहीं है. उन्होंने तकनीकी गलती की थी. लेकिन शारीरिक रूप से मैं अभी तक पूरी तरह फिट नहीं हूं." उन्होंने स्वीकार किया कि रोजमर्रा के काम में वे चोट को महसूस नहीं करते हैं लेकिन ट्रेनिंग के दौरान खास परिस्थितियों में दर्द सामने आ जाता है. मधुमेह के रोगी श्टाइनर ने कहा, "यह अभी भी मुझे परेशान कर रहा है."
श्टाइनर को खिलाड़ी के रूप में अपने भविष्य का फैसला करना होगा. वे मानते हैं कि सफल खिलाड़ी की हैसियत से उन्हें बहुत सारे लोगों का आदर्श होना और सुर्खियों में रहना पसंद है, लेकिन वे जबरदस्ती ऐसा नहीं करना चाहते. "मैंने भारोत्तोलन की शुरुआत आकर्षण के केंद्र में रहने के लिए नहीं की." जब तक लोग कहते हैं आपको देखना अच्छा लगता है तब तक मैं सार्वजनिक जीवन में रहूंगा.
मथियास श्टाइनर ने खेल की अपनी विधा में डोपिंग के मामलों का जिक्र करते हुए प्रेरणा की समस्या का जिक्र किया. जब रूस जैसा देश कई विश्व चैंपियन देता है और 2012 में किसी का परीक्षण नहीं होता है तो मैं पूछता हूं क्यों. उन्होंने कहा, "जब ओलंपिक के पहले और बाद में डोपिंग के मामले नहीं पकड़े जाते तो सिर्फ ओलंपिक के लिए आकर्षण बच जाता है क्योंकि वहीं सबसे निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा होती है." लेकिन श्टाइनर की दिक्कत यह है कि ओलंपिक खेल सिर्फ चार साल पर होते हैं.
एमजे/एनआर (डीपीए)