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लोकायुक्त रिपोर्ट मिलने के बाद ही फैसला

२३ जुलाई २०११

कर्नाटक के लोकायुक्त की रिपोर्ट में कथित रूप से मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर आरोप लगने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई से जुड़े सवालों से बच रही है. पार्टी के मुताबिक रिपोर्ट मिलने के बाद ही फैसला.

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तस्वीर: UNI

दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी नेता राजीव प्रताप रूड़ी ने बताया, "लोकायुक्त संतोष हेगड़े के बयान के हिसाब से रिपोर्ट को अभी पूरी तरह तैयार नहीं किया गया है और वह इस पर काम कर रहे हैं. बीजेपी वादा करती है कि रिपोर्ट पूरी होते ही वह अपना फैसला स्पष्ट कर देगी. अगर कोई ऐसा सोच रहा है कि हम ऐसा नहीं करेंगे तो यह मजाक है. हम रिपोर्ट के इंतजार में हैं. एक संवैधानिक संस्था रिपोर्ट को पेश कर रही है और जिम्मेदार विपक्षी पार्टी होने का फर्ज निभाते हुए बीजेपी फैसला करेगी."

रुड़ी ने बताया कि वह लोकायुक्त संतोष हेगड़े का काफी सम्मान करते हैं. संतोष हेगड़े जन लोकपाल बिल के लिए सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत करने वाली सिविल सोसाइटी के भी सदस्य रहे हैं. रुड़ी के मुताबिक रिपोर्ट आने से पहले ही काफी कयास लग रहे हैं. "हम संतोष हेगड़े का सम्मान करते हैं और जिस तरह का काम वह कर रहे हैं उसके प्रति हमारी इज्जत है. लेकिन इस रिपोर्ट के आने से पहले ही कयासबाजी शुरू हो गई है और हर तरह की कहानियां सामने आ रही हैं."

रुड़ी ने स्पष्ट किया कि वह मानते हैं कि अटकलों में सच्चाई भी छुपी हो सकती है लेकिन रिपोर्ट पर अटकलों को जन्म देना सही नहीं है. लेकिन यह काम कांग्रेस और मीडिया कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक के गवर्नर एचआर भारद्वाज के बयान और उनके फैसलों से खासी नाराज है और वह राष्ट्रपति से मिलकर उनके प्रति अविश्वास जता चुकी है. "उन्होंने कभी एक राज्यपाल की तरह बर्ताव नहीं किया. वह राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के रूप में कभी नहीं रहे. उन्होंने केंद्र सरकार के नुमाइंदे के रूप में काम किया और कांग्रेस सरकार के लिए काम किया."

कर्नाटक के लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने राज्य में अवैध खनन के मामले में एक रिपोर्ट तैयार की है और मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी सहित कई अन्य नेताओं को कटघरे में खड़ा किया है. रिपोर्ट के अनुसार येदियुरप्पा के बेटों और दामाद को उन कंपनियों ने सीधे फायदा पहुंचाया जो अवैध खनन में शामिल रही हैं. इससे पहले भी कर्नाटक के रेड्डी बंधुओं पर अवैध खनन के आरोपों के चलते येदियुरप्पा सरकार पर इस्तीफा देने का दबाव रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह

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