दुनिया ने ली राहत की सांस, सुरक्षा की चिंता
२ मई २०११जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने एक वक्तव्य में कहा है कि ओसामा बिन लादेन को मार गिराना शांति की ताकतों की जीत है. लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि चरमपंथ को मिटा दिया गया है. अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा, "पिछली रात शांति की ताकतों ने एक जीत हासिल की है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अंतरराष्ट्रीय आंतकवाद को मात दी जा सकी है. हमें चौकस रहना पड़ेगा."
इसी सुर में यूरोपीय संघ के अध्यक्ष देश हंगरी के बयान में कहा गया है कि आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष कतई समाप्त नहीं हुआ है. लेकिन बयान में लादेन की मौत का स्वागत किया गया है. इसके मुताबिक आतंकवादी सरगना को मिटाते हुए अमेरिकी सरकार ने एक उल्लेखनीय सफलता हासिल की है. वक्तव्य में यह भी कहा गया है कि अब मुस्लिम दुनिया की प्रतिक्रिया पर ध्यान देना पड़ेगा, खासकर उन देशों में, जो परिवर्तन की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं. यूरोपीय संघ के बयान में कहा गया, "सभ्यता के एक बड़े दुश्मन को अब खत्म कर दिया गया है, यह एक अच्छी खबर है. लेकिन हमें नई स्थिति से निपटना पड़ेगा."
फ्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोजी ने ओसामा की मौत को आंतकवाद के खिलाफ संघर्ष में एक बड़ी घटना बताया है. लेकिन उन्होंने कहा कि इससे अल कायदा खत्म नहीं हो गया है. अपने वक्तव्य में सारकोजी ने कहा, "आतंकवाद के कहर को ऐतिहासिक मात दी गई है, लेकिन यह अल कायदा का अंत नहीं है. इन अपराधियों के खिलाफ संघर्ष निरंतर जारी रखना है."
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस सिलसिले में कहा कि आने वाले हफ्तों में बेहद चौकस रहना पड़ेगा. फ्रांस के विदेश मंत्री ऐलेन जुप्पे ने आशंका जताई है कि दूसरे लोग ओसामा की जगह लेंगे. उन्होंने कहा कि अल कायदा का ढांचा बना हुआ है, और वहां नंबर दो और नंबर तीन के नेता मौजूद हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ओ सिंह