कॉमनवेल्थ खेलों की सूचना नहीं मिलेगी
१५ सितम्बर २०१०सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी देने से इनकार करते हुए आयोजन समिति ने कहा, ''इससे व्यावसायिक हित, व्यापार, व्यापार की गोपनीयता और बौद्धिक संपदा और ठेके पाने वाली कंपनी को नुकसान हो सकता है.'' खेल आयोजन समिति पर कई कई कंपनियों को विवादित ठेके देने का आरोप है. आरोप है कि इन विवादित ठेकों की आड़ में 630 करोड़ रुपये फूंक दिए गए.
सूचना के अधिकार के तहत ये सवाल पूछे गए है:
1. उन सभी फर्मों को दिए गए ठेकों की जानकरी, जिनका ईटी न्यूज रिपोर्ट में जिक्र हुआ.
2.ऐसी फर्मों को किस प्रक्रिया के जरिए अवॉर्ड कॉन्ट्रैक्ट दिए गए.
3.ऐसी फर्मों में कौन कौन लोग साझेदार हैं.
4.ट्रेडमिल, फ्रिज, छाता जैसे अन्य चीजों की कीमतों की जानकारी. मीडिया में रिपोर्टें हैं कि ऐसा सामान बाजार मूल्य से कई गुना ज्यादा कीमत पर खरीदा गया.
5.ट्रेड मिल, कुर्सियां, फ्रिज, छाता और अन्य सामान खरीदने से पहले क्या भारतीय बाजारों में उपलब्ध ऐसी चीजों को मुआयना किया गया.
6.क्या भारतीय सामान की गुणवत्ता खराब थी, जो उसे कॉमनवेल्थ खेलों के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया.
7. आखिर विदेशों से यह सामान किस आधार पर खरीदा गया.
8. ऐसी कौन कौन सी चीजें थी जो भारत में उपलब्ध थीं लेकिन उन्हें विदेशों से खरीदा गया.
9. भारतीय सामान को किस आधार पर नकारा गया.
10. क्या ब्रिटेन के विजिलेंस विभाग ने एएम फिल्म्स यूके के खिलाफ जांच की शुरुआत की.
11. एएम फिल्म्स यूके लिमिटेड के साझेदार कौन हैं या उसकी सहयोगी कंपनी एएम वेह्किल्स लिमिटेड के साझेदार कौन हैं.
12. लंदन के विजिलेंस विभाग की रिपोर्ट.
13. एएम फिल्म्स लिमिटेड के साथ हुए सभी करारों, इंतजामों और हर पेमेंट की विस्तृत जानकारी.
14. क्या एएम फिल्म्स या उसकी सहयोगी कंपनी एएम वेह्किल्स कभी दीवालिया हुई.
15. पीटीआई की रिपोर्ट के आधार पर कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन की आयोजन समिति को लिखी गई चिट्ठी और उसका भेजा गया जवाब. इस पत्र व्यवहार के बाद क्या कार्रवाई हुई.
16. कॉमनवेल्थ गेम्स कमेटी को लेकर विजिलेंस कमेटी की रिपोर्ट, अगर यह मान्य हो तो.
17. कॉमनवेल्थ खेल समिति पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की डिटेल.
18. सार्वजनिक रूप से लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर आयोजन समिति का जवाब.
19. आयोजन समिति में ऐसे कौन लोग हैं, जिन पर संदिग्ध भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं.
20. क्या आरोपों के खंडन के संबंध में आयोजन समिति के किसी अहम व्यक्ति जैसे सुरेश कलमाड़ी ने संबंधित विभागों में कोई हलफनामा दायर किया.
21. कॉमनवेल्थ खेल आयोजन समिति के पास खेलों के लिए कितना बजट है.
22. खेलों को लेकर किए गए विदेशी दौरों की विस्तृत जानकारी.
23. ऐसे खिलाड़ियों और देशों की जानकारी जिन्होंने खेलों में भाग लेने में किसी भी तरह की असमर्थतता जताई.
24. खेलों के संबंध में भारतीय विदेश मंत्रालय या लंदन में भारतीय उच्चायोग की जांच की विस्तृत जानकारी.
इन अहम सूचनाओं के अलावा कुछ अन्य सवाल भी पूछे गए हैं. याचिकाकर्ताओं ने उम्मीद जताई थी कि आयोजन समिति यह भी बताएगी कि उसने सूचना के अधिकार के तहत पूछे गए इन सवालों को किस प्राथमिकता पर रखा.
लेकिन कलमाड़ी एंड कंपनी ने ये जानकारियां देने से इनकार कर दिया है. इनके जबाव में बयान जारी कर कहा गया है कि काम चलने के दौरान संबंधित कंपनियों की जानकारी कैसे दी जाए. सूचना के अधिकार के तहत कई सवाल कंपनियों से इतर पूछे गए, उनका जवाब क्यों नहीं दिया जा सकता. इसे लेकर आयोजन समिति के बयान में कुछ नहीं कहा गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल