एक गिलात शलित के बदले 1027 फलीस्तीनी
१६ अक्टूबर २०११रविवार सुबह इस्राएल ने उन 450 फलीस्तीनी पुरुषों और 37 महिला कैदियों के नाम की सूची जारी की जिन्हें पहले चरण में रिहा किया जा रहा है. मिलते जुलते नामों वाली कैदियों की सूची हमास ने भी जारी की है. दो महीने के भीतर ही दूसरे चरण में 550 और कैदी रिहा किए जाएंगे. कैदियों की अदला बदली के लिए इसी मंगलवार को दोनों देशों के बीच समझौता हुआ. गिलात शालित पिछले पांच साल से हमास की कैद में हैं और उनकी रिहाई दोनों देशों के रिश्तों के लिए एक ऐतिहासिक लम्हा है क्योंकि गिलात के मसले पर दोनों देशों के बीच तनाव कभी चरम पर रहा है.
हमलों की यादों के बीच
जैसे ही इस्राएल से रिहा किए जाने वाले कैदियों की सूची जारी हुई, स्थानीय रेडियो और टेलिविजन चैनलों ने उन घातक हमलों के बारे में विस्तार से बताना शुरू कर दिया जिनके लिए इन कैदियों को दोषी करार दिया गया है. मंगलवार को इन कैदियों को रिहा कर दिया जाएगा. नाम जारी होने के बाद इस्राएली जनता के पास किसी कैदी की रिहाई के खिलाफ अपील करने के लिए 48 घंटे का समय है.
रिहा होने वाले कैदियों में तेल अवीव के नाइट क्लब में 2011 में हुए बम हमला करने वाले भी हैं. इस हमले में 21 लोगों की जान गई. इसके अलावा 2002 में तटवर्ती शहर नेतान्या के एक होटल में हुए बम धमाके के लिए दोषी करार दिए कैदी भी रिहा हो रहे हैं. इन दोनों हमलों की जिम्मेदारी हमास के सशस्त्र गुट ने ली थी. इनके अलावा रिहा होने वाले कुछ प्रमुख कैदियों में नाएल बारगहुटी, येहिया एल सिनवार, रावही अल मुश्ताहा, जिहाद याघमर, मोहम्मद अल शराताहा, वालिद अनजास जैसे नाम शामिल हैं. ज्यादातर कैदियों को पिछले एक दशक के भीतर ही गिरफ्तार किया गया है हालांकि इनमें कुछ ऐसे नाम भी शामिल हैं जो दो, तीन या फिर चार दशकों से इस्राएल की गिरफ्त में हैं. नाएल बारगहुती को ही 1978 में गिरफ्तार किया गया. नाएल को एक इस्राएली सैनिक की मौत के मामले में दोषी करार दिया गया है. नाएल को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने मौजूदा दौर में सबसे लंबे समय तक राजनीतिक बंदी रहने वाला कैदी घोषित किया है.
कुछ घर लौटेंगे कुछ नहीं
जेल विभाग ने जानकारी दी है कि रिहा होने वाले कैदियों में 131 गजा में अपने घरों को लौटेंगे जबकि 55 पश्चिमी तट के अपने घर. 55 दूसरे कैदियों को भी पश्चिमी तट पर उनके घरों को लौटने की मंजूरी दी गई है लेकिन कुछ प्रतिबद्धताओं के साथ. छह अरब इस्राएली भी उनके घर भेजे जा रहे हैं. हालांकि पश्चिमी तट के 203 कैदियों को निर्वासन पर भेजा जा रहा है. इनमें से 145 को गजा पट्टी भेजा जाएगा और 40 को देश से बाहर. इनके अलावा 18 कैदियों को पहले तीन साल के लिए गजा भेजा जाएगा उसके बाद उन्हें पश्चिमी तट जाने की मंजूरी मिलेगी.
इस्राएली राष्ट्रपति शिमोन पेरेज ने शनिवार को कैदियों की फाइल हासिल की और उन्हें आधिकारिक माफीनामा देने की प्रक्रिया शुरू की. मंगलवार को कैदियों की रिहाई होने से पहले सभी दस्तावेजों पर दस्तखत होना जरूरी है. इस्राएल में हमलों के पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक गुट ने पहले ही इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में इस गुट ने रिहाई रद्द करने या फिर फिलहाल रोकने की मांग की है.
कैदियों की अदला बदली का आधिकारिक कार्यक्रम अभी तय किया जा रहा है. ऐसी खबरें हैं कि गिलात शालित के गजा से सिनाई पहुंचने के तुरंत बाद 27 महिला कैदियों को रिहा कर दिया जाएगा. इसके बाद सिनाई से इस्राएल आने के बाद 450 कैदियों का गुट रिहा होगा. कैदियों की रिहाई के मौके पर बड़े पैमाने पर जश्न के आसार बन रहे हैं. हमास ने कहा है कि वह अपने नायकों का भव्य स्वागत करेगा. उधर इस्राएल भी गिलात शालित की वापसी का स्वागत करेगा. हालांकि ऐसी भी खबरें हैं कि फिलहाल 25 साल के गिलात की सेहत को देखते हुए उसे लोगों से दूर ही रखा जाएगा.
रिपोर्टः एएफपी/रॉयटर्स/एन रंजन
संपादनः वी कुमार