इतिहास में आजः 26 सितंबर
२६ सितम्बर २०१३टीवी बहस यह तय करने में मदद देती है कि देश के लिए योग्य कौन है. जॉन एफ केनेडी और रिचर्ड निक्सन के बीच हुई इस पहली बहस को अमेरिका में सात करोड़ लोगों ने देखा. पहली व उसके बाद हुई तीन और बहसों में युवा केनेडी भारी पड़े. टीवी के जरिए केनेडी को ऐसी कामयाबी मिली कि उन्होंने उपराष्ट्रपति निक्सन जैसे अनुभवी नेता को हरा दिया.
केनेडी टीवी की ताकत को भांप चुके थे, वो हर मौके पर इसका इस्तेमाल करने लगे. उन्होंने दुनिया भर के नेताओं को भी टीवी के जरिए संवाद करना सिखाया. हालांकि केनेडी का कार्यकाल ज्यादा लंबा नहीं चला. जनवरी 1961 में पद संभालने वाले केनेडी की 1963 में सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई.
आज दुनिया भर के नेता टीवी के जरिए जनता से संवाद करते हैं. अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, मेक्सिको, केन्या, आयरलैंड, माल्टा, नीदरलैंड्स और न्यूजीलैंड में तो संसदीय चुनावों से पहले मुख्य उम्मीदवारों के बीच बाकायदा टीवी पर बहस की पंरपरा है. नेता आर्थिक, सामाजिक, नैतिक और विदेश नीति पर अपना दृष्टिकोण जनता के सामने रखते हैं. जनता इस बहस के जरिए तय करती है कि कौन सा नेता देश का बेहतर प्रतिनिधित्व करेगा.