स्वेज नहर में फंसा जहाज, लगा ट्रैफिक जाम
२५ मार्च २०२१जहाज के संचालकों ने बताया है कि मालवाहक जहाज तेज हवाओं के कारण नहर में फंस गया. इस जहाज का नाम एमवी एवर गिवन है और इस पर पनामा का झंडा लगा हुआ है. ताइवान के स्वामित्व वाला एमवी एवर गिवन 400 मीटर लंबा और और 59 मीटर चौड़ा जहाज है.
सैटेलाइट की तस्वीरों में एमवी एवर गिवन जहाज तिरछा नजर आ रहा है. 2,24,000 टन कंटेनर जहाज के नहर में फंस जाने के बाद नहर के रास्ते पर भीषण जाम लग गया है. इसे दुनिया का सबसे बड़ा शिपिंग जाम कहा जा रहा है.
स्वेज नहर में हवा के तेज झोंकों की वजह से यह जहाज रास्ते से भटक गया और नहर में फंस गया. इस वजह से दुनिया के व्यस्ततम व्यापारिक मार्गों में से एक पर समुद्री यातायात ठप हो गया है. हालांकि कंपनी का कहना है कि जहाज पर लदे कंटेनर नहर में नहीं गिरे. जहाज एक बार में 20,000 कंटेनर ले जा सकता है.
मिस्र के अधिकारी और अन्य अधिकारी इस जहाज को सीधा करने की कोशिश कर रहे हैं. इसको सीधा करने के लिए टग बोट का सहारा लिया जा रहा है. जहाज के आस पास गाद को भी हटाने का काम जारी है. जहाज का अगला हिस्सा नहर की दीवार को छू रहा है तो पिछला हिस्सा पश्चिमी दीवार के करीब है.
एवर गिवन का प्रबंधन करने वाले बर्नहार्ड शुल्त शिप मैनेजमेंट के मुताबिक जहाज का 25 सदस्यीय चालक दल सुरक्षित है. जहाज में मिस्र के नहर प्राधिकरण के दो पोत चालक सवार थे जब जहाज मंगलवार सुबह नहर में फंस गया.
नहर सेवा प्रदाता लेथ एजेंसी के मुताबिक कम से कम 150 जहाज एवर गिवन के हटाए जाने का इंतजार कर रहे हैं. कई जहाज बंदरगाहों के पास इंतजार कर रहे हैं. भूमध्य सागर और लाल सागर के बीच होने वाले व्यापार के इस जाम के कारण प्रभावित होने की आशंका है.
यूरोप और एशिया के बीच व्यापार स्वेज नहर के जरिए होता है. स्वेज नहर भूमध्यसागर और लाल सागर को जोड़ती है. मिस्र एक तेल उत्पादक देश नहीं है लेकिन यह दुनिया के सबसे व्यस्त पानी के रास्ते को जरूर नियंत्रित करता है.