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मंथन 72 में खास

३१ जनवरी २०१४

धरती से लेकर अंतरिक्ष तक हर जगह वैज्ञानिक चीजों को समझने की कोशिश में लगे हैं. एक तरफ धरती पर भविष्य के आधुनिक शहर बसाने की तैयारी है तो दूसरी ओर मंगल ग्रह पर पूरी की पूरी कॉलोनी बसाने की भी योजना है.

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तस्वीर: Reuters

जब हर दिन की भागदौड़ से आपको खीज मचती है तो क्या कभी ऐसा ख्याल आता है कि दुनिया में बहुत कुछ गड़बड़ है. फिर तो ऐसी एक नई दुनिया की भी ख्वाहिश होती होगी जहां सब कुछ ठीक ठाक हो. अगर चाहें तो आप मंगल ग्रह पर जाकर वहां अपने सपनों की दुनिया बसा सकते हैं. जी हां, आपको मंगल पर जाने का टिकट मिल सकता है. समस्या सिर्फ एक है कि अगर वहां जाकर आपको अपने पुराने ग्रह की याद सताने लगे तो भी आप वापस नहीं लौट सकेंगे. कम से कम अगले दस साल में तो ऐसा होता नहीं दिख रहा. मंथन में इस बार आपकी मुलाकात करवाएंगे ऐसे एक शख्स से जो मंगल ग्रह पर जाने वाले पहले यात्रियों में शामिल होगा. आप देख सकेंगे कि वह एक नए ग्रह पर जीने के लिए खुद को कैसे तैयार कर रहे हैं.

भारत का मंगलयान भी सितंबर 2014 में लाल ग्रह पर पहुंचेगा और वहां के वातावरण से जुड़ी जानकारियां धरती पर भेजेगा. तब तक ठीक ठाक यह जान पाना मुश्किल होगा कि वहां का माहौल इंसान के रहने के लिए कितना उचित है. लेकिन एक बात तो तय है कि फिलहाल तो सिर्फ रोबोट्स ही हैं जो वे सारे काम भी कर पाते हैं जिन्हें इंसान नहीं कर सकते. मंथन में इस बार ले चलेंगे आपको रोबोट्स की एक प्रतियोगिता में. जर्मनी के पहले स्पेसबोट कप को जीतने वाले रोबोट को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रदर्शनी भेजा जाएगा.

साथ ही वैज्ञानिक ऐसे घरों को बनाने पर काम कर रहे हैं जिनमें घर के अंदर ही उनके जरूरत की सारी चीजें बन जाएं. इन भविष्य के शहरों में बेहतर जीवनशैली के लिए वे सारी चीजें मौजूद होंगी जिससे जिंदगी आसान हो जाए. इस बार शो में देखें कि जर्मनी के श्टुटगार्ट शहर में वैज्ञानिक आने वाले कल के शहर की कैसी तस्वीर उकेर रहे हैं.

Intelligente Energiesysteme
भविष्य के घरों में होंगे ऊर्जा सिस्टम भी इंटेलिजेंटतस्वीर: Fraunhofer ISE

पृथ्वी पर सूर्य की रोशनी जीवन का स्रोत तो है ही, साथ ही यह हमारे मूड पर भी असर डालती है. दुनिया के बहुत से देशों में सर्दियों के महीने में रोशनी की कमी के कारण तो लोग अवसाद में जाने लगते हैं. इस समस्या को देखते हुए जर्मनी की एक कंपनी ने ऐसी आधुनिक प्रकाश व्यवस्था तैयार की है जो इंसान के मूड को अच्छा बनाए रखे. बढ़ते अवसाद, गुस्से और मानसिक असंतुलन के कारण समाज में अपराध भी बढ़ रहे हैं. ऐसे में गुनहगारों को पकड़ने की और किन आधुनिक तकनीकों पर काम चल रहा है, जानने के लिए जरूर देखें मंथन, शनिवार सुबह साढ़े दस बजे, सिर्फ डीडी नेशनल पर.

आरआर/आईबी

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