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सैमसंग की गैलेक्सी में घूमता एप्पल

१५ मार्च २०१३

सैमसंग ने गैलेक्सी एस4 बाजार में उतार कर एप्पल के आईफोन को फिर चुनौती दी. सैमसंग का नया फोन आंख के इशारे समझता है. सुरक्षा को लेकर इसमें खास इंतजाम भी हैं. क्या स्टीव जॉब्स के बिना एप्पल गूगल और सैमसंग से निपट पाएगा.

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तस्वीर: Reuters

स्मार्टफोन बाजार में सैमसंग दुनिया की नंबर एक कंपनी है. बीते साल उसने गैलेक्सी एस3 पेश किया. वह दुनिया में सबसे तेजी से बिकने वाला स्मार्टफोन बन गया. गैलेक्सी एस3 के सहारे सैमसंग ने एप्पल से यूरोप का स्मार्टफोन बाजार छीन लिया. एशिया का बड़ा बाजार तो पहले ही सैमसंग की झोली में जा चुका था. एप्पल का आईफोन अब केवल अपने घर अमेरिका में सैमसंग से आगे है.

गुरुवार रात न्यूयॉर्क में सैमसंग ने गैलेक्सी एस4 उतारकर अमेरिकी बाजार छीनने की मंशा भी जता दी. फोन अप्रैल से बिकने लगेगा. बीते एक साल में सैमसंग ने अमेरिका पर खासा ध्यान लगाया है. कंपनी ने विज्ञापनों पर खूब खर्च करने के अलावा वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित करवाए.

Vorstellung des Samsung Galaxy S4
गैलेक्सी एस4तस्वीर: DON EMMERT/AFP/Getty Images

मानक बनाने की होड़

फिलहाल बाजार में एप्पल का सबसे ताजा फोन आईफोन-5 है, जो पिछले साल उतारा गया. वहीं सैमसंग के पास अब सबसे नया मॉडल गैलेक्सी एस4 है. एप्पल ने 2007 में पहला आईफोन उतारा और स्मार्टफोन बाजार के नियम तय किए. नेवीगेशन, इनबिल्ट ईमेल, इंटरनेट ब्राउजिंग और टच स्क्रीन को मानक बना दिया. अब छह साल बाद सैमसंग बाजार के नियम तय करता दिख रहा है. वह टच स्क्रीन से एक कदम आगे आंखों के चलने वाला फोन बनाना चाह रहा है. गैलेक्सी एस4 में भी आई ट्रैकिंग मोशन लगाया है. आई ट्रैकिंग मोशन आंखों की हलचल के हिसाब से काम करता है. उदाहरण के लिए अगर यूजर कोई वीडियो देख रहा हो और बीच में उसकी नजरें फोन से हट जाएं तो वीडियो चलना रुक जाएंगा. ईमेल चेक करने पर भी आई ट्रैकिंग मोशन काम करेगा.

सैमसंग के मोबाइल कम्युनिकेशन के प्रमुख जेके शिन कहते हैं, "हमारे लिए जीवन एक यात्रा है. हम एक ऐसी उपकरण चाहते हैं जो हमारे साथ इस यात्रा में शामिल हो सके. एक ऐसा साथी जो जीवन के पूरी तरह अनुभव करने में हमारी मदद करे."

नए गैलेक्सी की पांच सेंटीमीटर की लंबी पूरी तरह एचडी है. गूगल के एन्ड्रॉयड सिस्टम पर टिके इस फोन को अच्छा अनुवादक बनाने की भी कोशिश की है. गैलेक्सी एस4 नौ भाषाओं में अनुवाद कर सकता है. यूजर फोन पर अपनी भाषा में कुछ ऑडियो रिकॉर्ड करें या लिखें, वह तुरंत ही दूसरी भाषा में ट्रांसलेट हो जाएगा. गार्टनर के टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट माइकल गार्टनबेर्ग कहते हैं, "साफ तौर पर यह सैमसंग का ध्वजवाहक फोन है, तकनीक से पूरी तरह भरा हुआ. सवाल है कि इनमें से कितने फीचर्स वाकई में ग्राहकों के कितने काम आएंगे." 2जीबी रैम इतने सारे फीचर्स के साथ फोन को तेज बनाए रखने के लिए काफी है.

एस4 सैमसंग का अब तक का सबसे हल्का और पता स्मार्टफोन है. बड़ी स्क्रीन और बड़ी बैट्री के बावजूद फोन का वजन 130 ग्राम है. वैसे इस फोन में फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए बहुत कुछ है. गैलेक्सी एस4 में 13 मेगापिक्सल का कैमरा है. फोन में आगे और पीछे दो कैमरे हैं, दोनों से एक साथ रिकॉर्डिंग की जा सकती है और तस्वीरें भी ली जा सकती हैं. दोनों कैमरों से तस्वीरें लेने के बाद फोटोग्राफर और सब्जेट की फोटो मिलाई भी जा सकती है.

फोन में सेहत का ध्यान रखने वाला भी एक सॉफ्टवेयर है. इसका नाम है एस हेल्थ. सॉफ्टवेयर बताएगा कि यूजर ने कितनी कसरत की, कितना खाया, धकड़न कितनी रही और उसकी फिटनेस कैसी है. फोन में तापमान और नमी मापने की सुविधा भी है. यूजर खुद पता लगा सकेंगे कि मौसम कैसा होने जा रहा है.

एन्ड्रॉयड पर आधारित फोनों पर अब तक सुरक्षा संबंधी कमजोरियों के आरोप लगते थे. गैलेक्सी एस4 के जरिए सैमसंग ने इन्हें दूर करने की कोशिश की है. फोन में निजी और कारोबारी सूचनाओं के बीच एक सुरक्षित दीवार बनाई गई है. टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट जेफ कागेन कहते हैं, "सैमसंग गैलेक्सी एस4 बहुत बढ़िया है, लेकिन यह क्रांतिकारी नहीं बल्कि एस3 का ही क्रमिक विकास लगता है."

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स्टीव जॉब्स के बिना एप्पल का सफरतस्वीर: dapd

घड़ी देखता एप्पल

बाजार का रुझान बता रहा है कि एप्पल लड़खड़ा रहा है. अक्टूबर 2011 में स्टीव जॉब्स के निधन के बाद से एप्पल की लैब से कोई जबरदस्त मशीन नहीं निकली है. बीते सालों में उसने आईफोन 4एस और आईफोन 5 तो उतारा पर मामला बहुत ज्यादा जमा नहीं. कंपनी ने नेवीगेशन के लिए गूगल की जगह अपना मैप उतार दिया, यह दांव उल्टा पड़ा. यूट्यूब फीचर हटाने से भी एप्पल की किरकिरी हुई. एप्पल के नए फोनों में ऐसी कोई भी चीज नहीं मिली जो वाकई नई कही जाए. लेकिन इसके बावजूद कंपनी के फोन मौलिक नियमों के मामले दृढ़ हैं और ग्राहकों के भरोसे पर खरे उतरते हैं.

कहा जा रहा है कि एप्पल अब स्मार्ट वॉच बनाने की तैयारी कर रहा है. पेटेंट ऑफिस में उसके दावे से ऐसी अटकलें लगाई जा रही है. कलाई की यह घड़ी हर वक्त इंटरनेट से जुड़ी होगी. यह कंप्यूटर और फोन की तरह काम करेगी. आईफोन का नया मॉडल भी उतारा जा सकता है.

सैमसंग अभी की हवा का फायदा उठा रहा है. जबकि एप्पल और गूगल भविष्य की मशीन बनाने में जुटे हैं. गूगल स्मार्ट ग्लास बना रहा है. यह ऐसा चश्मा होगा जो हर चीज की जानकारी फौरन यूजर को दे देगा. मसलन अगर यूजर किसी इमारत को देखता है तो उस इमारत का पूरा इतिहास चश्मे के जरिए यूजर के सामने आ जाएगा. चश्मा कंप्यूटर, मोबाइल फोन और फिटनेस ट्रैकर का भी काम करेगा. अमेरिका में इसका परीक्षण हो रहा है.

ओएसजे/एमजी (एएफपी)

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