1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सुंदरवन को डूबो रहा है खारा खतरा

६ जून २०१०

बदलती जलवायु और धरती के बढ़ते तापमान के कारण सुंदरवन के सामने नया खतरा मंडराने लगा है. संमदर के बढ़ते जलस्तर की वजह से खारा पानी सुंदरवन के पेड़ पौधों को तबाह कर रहा है.

https://p.dw.com/p/NixZ
तस्वीर: WWF / Jürgen Freund

नए शोध में पता लगा है कि बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल से जुड़े सुंदरवन को नया खतरा पैदा हो गया है और वह है बढ़ते समुद्री स्तर से. पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य ने कहा कि सुंदरवन के उष्ण कटिबंधीय जंगल बढ़ते समुद्री स्तर के कारण खत्म हो सकते हैं. "हमारे राज्य में सुंदरवन के बसंती और गोसाबा जैसे इलाके बढ़ते तापमान के कारण बंगाल की खाड़ी में बढ़ते जल स्तर से प्रभावित हुए हैं. यही हाल बांग्लादेश का भी होगा. अगर ऐसा हुआ तो सुंदरवन का एक हिस्सा ख़त्म हो जाएगा. ये ख़तरा दरवाज़े पर खड़ा है."

सुंदरवन में पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों के साथ बाघ भी पाया जाता है और भी बहुत सारे जीव जंतुओं की कई प्रजातियों का ये घर है. पूरी पारिस्थितिकी एक दूसरे पर कहीं न कहीं निर्भर है. ऐसे में अगर आज मैनग्रोव जंगलों का कोई हिस्सा खत्म होता है तो निश्चित ही उसका असर दूसरी चीज़ों पर होगा.

सुंदरवन में एक बहुत बड़ा हिस्सा उष्णकटिबंधीय वनों का है. ये ऐसे वन हैं जो खारे पानी और गरम तापमान वाले नम इलाकों में होते हैं और गंगा के डेल्टा वाले इलाके में इन जंगलों से करीब 56 द्वीप बने हैं. जैविक विविधता के कारण ये इलाका युनेस्को के विश्व धरोहर की सूची में है.

रिपोर्टः डीपीए/आभा मोंढे

संपादनः ओ सिंह