सिद्धू के लिए क्रीज पर उतरे इमरान खान
२१ अगस्त २०१८पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को उनके शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित होने के लिए धन्यवाद दिया और भारत में उन्हें निशाना बनाने वालों को आड़े हाथों लिया. इमरान ने एक ट्वीट में कहा, "मैं सिद्धू को धन्यवाद देता हूं कि वह मेरे शपथ ग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान आए. वह शांति दूत थे और उन्हें यहां पाकिस्तान के लोगों द्वारा प्यार और सम्मान दिया गया. जो लोग भारत में उन्हें निशाना बना रहे हैं, वे उपमहाद्वीप में शांति को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. बिना शांति के हमारे लोग प्रगति नहीं कर सकते."
पंजाब सरकार में मंत्री सिद्धू पिछले सप्ताह खान के शपथ ग्रहण के दौरान पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिले. इसके बाद भारत में उनकी आलोचना शुरू हो गई. खुद उन्हीं की पार्टी कांग्रेस के नेताओं ने सिद्धू पर तंज कसे. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने कैबिनेट मंत्री सिद्धू की आलोचना करते हुए कहा, "जिस तरह का लगाव उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख के प्रति दिखाया, मुझे लगता है कि वह गलत था, मैं इसके पक्ष में नहीं हूं. तथ्य तो यह है कि उन्हें (सिद्धू को) समझना चाहिए कि हमारे जवान रोज मारे जा रहे हैं. मेरी अपनी रेजिमेंट ने कुछ महीने पहले एक मेजर और दो जवानों को खोया है."
बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने सिद्धू के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा, "सिद्धू की यात्रा पाकिस्तान को यह एहसास कराती है कि भारत पाकिस्तान के बीच में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए भारत ही जिम्मेदार है. शांति के खिलाफ कोई नहीं है. भारत हमेशा शांति के लिए खड़ा रहा है. लेकिन अगर कोई भारत की पीठ पर छुरा भोंकने की कोशिश करेगा तो यह स्वीकार नहीं किया जाएगा."
भारत लौटने पर सिद्धू ने अपने बचाव में कहा कि अगर कोई आपसे कहे कि "हम एक ही संस्कृति से नाता रखते हैं. उन्होंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा करतारपुर साहिब का रास्ता खोलने की बात भी की, ऐसे में मैं क्या करता." इसके बाद भी जब विवाद ठंडा नहीं हुआ तो सिद्धू ने कहा, "शांति की कोशिशें अतीत में भी हो चुकी हैं. स्वर्गीय वाजपेयी जी 'दोस्ती बस' लेकर लाहौर गए और उन्होंने मुशर्रफ को भी आमंत्रित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण में बुलाया, वह औचक लाहौर भी गए."
1992 में पाकिस्तान को क्रिकेट का वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले इमरान खान ने 19 अगस्त 2018 को पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है. इमरान खान भारत में भी काफी लोकप्रिय हैं. प्रधानमंत्री बनने से पहले वह वादा करते रहे हैं कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वह आतंकवादियों को सीमा पार करने से रोकेंगे.
(दोस्ती की बांह पर आतंकियों के हमले)
ओएसजे/एमजे (आईएएनएस)