सिंगापुर की छवि पर रेड कार्ड
८ फ़रवरी २०१३अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल में हुई बड़ी मैच फिक्सिंग के तार सिंगापुर से भी जुड़ रहे हैं. यूजांच के मुताबिक सिंगापुर के कुछ बैंक कारोबारियों ने मुद्रा के मूल्य से छेड़छाड़ कर धांधली की. आपराधिक मामलों के वकील शशि नाथन कहते हैं, "एक तरह से मैं हैरान हूं कि ये सिंगापुर से हुआ. दूसरी तरफ कड़े नियमों के बावजूद हमें यह ध्यान में रखना होगा कि इस तरह के अपराध की पहचान करना बहुत ही कठिन है. लोगों को अक्सर लगता है कि नियम कायदों की वजह से सिंगापुर इतना साफ है कि यहां अपराध नहीं होते, लेकिन अगर वाकई ऐसा होने लगे तो मुझे नौकरी से निकाल दिया जाएगा."
सिंगापुर को निवेश के लिहाज से आरामदायक देश माना जाता है. वहां की सरकार निवेशकों का स्वागत करती है. ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के मुताबिक सिंगापुर दुनिया का पांचवां सबसे कम भ्रष्ट देश है. झंझट मुक्त होकर कारोबार के मामले में सिंगापुर की गिनती सर्वश्रेष्ठ देश के रूप में होती है.
शांति का आलम समाज में भी है. हत्या बहुत दुर्लभ है. बदूंक से होने वाले अपराध भी नहीं के बराबर हैं. नशीले पदार्थ पाए जाने पर कड़े कानून का सख्ती से पालन होता है. दोषियों को जेल की सजा भी होती है. लाठी से पिटाई भी होती है. नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले के लिए फांसी की सजा है.
लेकिन इसके बावजूद सिंगापुर में दूसरे किस्म के आपराधिक मामले सामने आ ही जाते हैं. जनवरी में विपक्षी पार्टी ने उपचुनाव जीता. संसद के स्पीकर के इस्तीफा देने के बाद यह उपचुनाव हुआ. संसद अध्यक्ष को विवाहेत्तर संबंधों के सामने आने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा, शर्मिंदगी अलग हुई.
पिछले साल सिविल डिफेंस चीफ और पुलिस के एंटी ड्रग यूनिट के प्रमुख को भी गिरफ्तार किया गया. दोनों पर निजी कंपनियों की महिला कर्मचारियों के साथ यौन रिश्ते रखने के आरोप लगे. जांच में पता चला कि सेक्स के जरिए महिला कर्मचारियों ने अपनी कंपनी को सरकारी ठेके दिलाने में मदद की, उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित किया.
2010 में देश में दो कानूनी कसीनो खुले. वहां फुटबॉल के मैचों पर सट्टा लगाना और घोड़ों की रेस में पैसा लगाना कानूनी हुआ. लेकिन यूरोप के जांचकर्ताओं के मुताबिक सिंगापुर में फुटबॉल के मैचों की फिक्सिंग इससे भी पहले शुरू हो चुकी थी. जांच में संकेत मिल रहे हैं कि मैच फिक्सिंग के पीछे सिंगापुर का व्यवस्थित ढंग से काम करने वाला गैंग है. लीग और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई मैचों के नतीजे शायद सिंगापुर से ही तय किए जाते रहे. सिंगापुर के अधिकारियों ने जोर देकर कहा है कि वे जांच में यूरोपीय जांचकर्ताओं से सहयोग कर रहे हैं.
यूरोप की जांच में ऐसे 680 मैच सामने आए हैं जिनमे मैच फिक्सिंग का शक है. यूरोपीय संघ की अपराध नियंत्रण एजेंसी यूरोपोल के मुताबिक शक के घेरे में वर्ल्ड कप के क्वालिफाईंग मैच भी हैं. फिलहाल शक के घेरे में यूरोप में खेले गए 380 और अफ्रीका में हुए 300 मैच हैं. हालांकि अधिकारियों का यह भी कहना है एशिया में हुए मैचों में भी जरूर गड़बड़ी हुई है.
ओएसजे/एजेए (रॉयटर्स)