विस्फोट से ट्रेन पटरी से उतरी, 15 की मौत
२८ मई २०१०गृह सचिव जीके पिल्लई ने टाइम्स नाओ न्यूज चैनल को बताया है कि इस घटना में 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. दक्षिण पूर्वी रेलवे के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि विस्फोट शुक्रवार तड़के 1.30 बजे तब हुआ जब ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस खेमासोली और सरदिया स्टेशन के बीच से गुजर रही थी. ट्रेन की 13 बोगी विस्फोट के बाद पटरी से उतर गई जिनमें 10 स्लीपर कोच, एक अनारक्षित कोच, पैंट्री कार और एक अन्य बोगी है.
रेल मंत्री ममता बैनर्जी के मुताबिक ट्रेन की पटरी पर हुए विस्फोट के चलते ही ट्रेन की बोगियां पटरी से उतरी हैं. ममता बैनर्जी ने इस घटना के पीछे माओवादियों का हाथ होने की आशंका जताई है. "रेलवे आसान निशाना बनता है. यह जीवनरेखा है. माओवादियों ने पहले भी इसे निशाना बनाया है और ऐसा लगता है कि इस बार भी उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है."
यह घटना पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले में हुई है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रेन की कम से कम चार पैसेंजर बोगी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं.मालगाड़ी से बोगियों की टक्कर के चलते कई लोग दबे हुए हैं. लोग मदद के लिए चिल्ला रहे हैं और राहतकर्मी उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया है कि इस हादसे में सुरक्षित बचे 11 कोचों के जरिए यात्रियों और घायलों को खड़गपुर लाया जा रहा है जहां से उन्हें मिदनापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जाएगा. खड़गपुर से एक राहत ट्रेन घटनास्थल की ओर रवाना हुई है जिसमें 12 डॉक्टर और 20 चिकित्साकर्मी हैं. पास के कलाइकुंडा एयरबेस से भी दो डॉक्टर राहत कार्य में हाथ बंटा रहे हैं.
रेलवे के कई बड़े अधिकारी, डॉक्टर घटनास्थल पर पहुंचे हैं और घायल यात्रियों का इलाज किया जा रहा है. रेलवे ने खड़गपुर और हावड़ा में हेल्पलाइन भी शुरू की है जहां से यात्रियों के परिजन दुर्घटना संबंधी जानकारी ले सकते हैं. रेल मंत्री ममता बैनर्जी ने मृतक के परिवारों को 5 लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपये दिए जाने की घोषणा कर दी है. ममता बैनर्जी घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं.
पश्चिम बंगाल के राहत मामलों के मंत्री मुर्तजा हुसैन ने कहा है कि अभी कई लोगों ट्रेन से सुरक्षित निकाला जाना बाकी है. शुरुआती रिपोर्टों में विस्फोट के चलते ट्रेन बोगियों के पटरी से उतरने की बात कही जा रही है लेकिन रेल अधिकारियों ने आशंका जताई है कि रेल पटरियों को उखाड़े जाने से भी यह घटना हुई हो सकती है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा मोंढे