विपक्ष से निबटने को सख्त हुई सरकार
११ अगस्त २०१५प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में संसद में गतिरोध पैदा करने के लिए कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग संसद का गलत इस्तेमाल कर देश के विकास को रोकना चाहते हैं. राज्य सभा में विपक्ष के हंगामे के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी बिल पेश किया लेकिन सदन की कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दी गई. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि बीजेपी जब विपक्ष में थी तब खुद मोदी ने जीएसटी को ब्लॉक करने का काम किया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जीएसटी बिल के खिलाफ नहीं है लेकिन जिस प्रक्रिया से पास करने की कोशिश की जा रही है, उसके खिलाफ है.
लोकसभा में मुलायम सिंह की समाजवादी पार्टी, नीतीश कुमार की जेडीयू और लालू यादव की आरजेडी पार्टियों के सांसदों ने जातीय जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक ना करने को लेकर हंगामा किया. ललित मोदी मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सदन में नारे लगाए. बीजेपी के सांसदों ने भी सोनिया गांधी के खिलाफ नारे लगाए. इसके बाद स्पीकर ने कहा, 'लोकसभा टीवी आज ये सारा हंगामा टीवी पर दिखाए. 40-50 लोग कैसे मिलकर 440 लोगों का अधिकार मार रहे हैं. देश में बहुत गलत संदेश जा रहा है. ये प्रजातंत्र नहीं है.'
उधर दिल्ली पुलिस ने भूमि बिल का विरोध कर रहे योगेंद्र यादव और उनके स्वराज अभियान संगठन के 85 साथियों को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें सोमवार को हिरासत में लिया गया था और पुलिस ने प्रधानमंत्री निवास पर प्रदर्शन करने की उनकी योजना नाकाम कर दी. योगेंद्र यादव ने पुलिस पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया है, तो पुलिस ने कहा है कि उनकी निरोधक गिरफ्तारी की गई है क्योंकि वे उच्च सुरक्षा इलाके में प्रदर्शन करने की योजना बना रहे थे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी का पक्ष लिया है और दिल्ली पुलिस की कड़ी निंदा की है. मुख्यमंत्री ने कहा, "वे शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे. यह उनका मौलिक अधिकार है." कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दिल्ली पुलिस के बर्ताव की आलोचना करते हुए कहा है कि जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने का हर किसी को अधिकार है, वह प्रदर्शन करने की तय जगह है.
योगेंद्र यादव और उनके साथी अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने पुलिस स्टेशन में योगेंद्र यादव से मिलने की कोशिश की लेकिन उन्हें नहीं मिलने दिया गया. आम आदमी पार्टी से निकाले जाने के बाद यादव और प्रशांत भूषण ने स्वराज अभियान संगठन बनाया और इस समय मोदी सरकार की कथित किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जय किसान आंदोलन चला रहे हैं. उनकी ट्रैक्टर रैली का अंत सोमवार को जंतर मंतर पर एक दिन के धरने के साथ हुआ था जिसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के किसानों ने हिस्सा लिया.
एमजे/आरआर (पीटीआई, वार्ता)