विकीलीक्स नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित
३ फ़रवरी २०११पिछले साल चीन के लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता लिऊ शियाओबो को मानवाधिकार, लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष की खातिर नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अब नॉर्वे में सत्ताधारी गठबंधन में शामिल सोशलिस्ट लेफ्ट पार्टी के सासंद स्नोर वेलेन ने विकीलीक्स को नोबेल शांति पुरस्कार देने के पैरवी की है.
अपने ब्लॉग में वेलेन लिखते हैं, "विकीलीक्स ने कई अन्य बातों के अलावा भ्रष्टाचार, युद्ध अपराध और दमन को उजागर वैश्विक मूल्यों के लिए संघर्ष में योगदान दिया है." उनके मुताबिक विकीलीक्स ने जिन बुराइयों को दुनिया के सामने पेश किया है उनमें नॉर्वे के सहयोगी भी शामिल हैं. उनका इशारा अमेरिका की तरफ था.
हजारों के बीच विकीलीक्स
विकीलीक्स ने पहले इराक और फिर अफगानिस्तान में अमेरिका के नेतृत्व में लड़ी जा रही जंग से जुड़े हजारों गोपनीय दस्तावेज जारी किए. इसमें अमेरिकी कूटनीति के कई कड़वे सच सामने आए हैं. इसीलिए विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज अमेरिका के लिए दुश्मन बन गए हैं.
इस साल नोबेल शांति पुरस्कारों के लिए नामांकन की समयसीमा मंगलवार को खत्म हो गई. ये नामांकन सौंपने के लिए हजारों लोगों को योग्य माना गया जिनमें दुनिया भर की सरकारों और संसदों के सदस्य, यूनिवर्सिटी प्रोफेसर, पूर्व नोबेल विजेता और कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के सदस्य शामिल थे. वेलेन ने इस साल दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान के लिए विकीलीक्स का नाम दिया है.
विकीलीक्स ने कराई क्रांति कराई
जिन लोगों को पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाता है, उनके नाम 50 साल तक गोपनीय रखे जाते हैं, लेकिन उन्हें नामांकित करने वाला व्यक्ति यह बताने के लिए स्वतंत्र है कि वह किस को इस पुरस्कार के लिए हकदार समझता है. हर साल अक्टूबर में नोबेल पुरस्कारों का एलान होता है.
वेलेन ने बुधवार को कहा कि ट्यूनिशिया में जैसमीन क्रांति के पीछे भी विकीलीक्स ही है. वह लिखते हैं, "ट्यूनिशिया में राष्ट्रपति का परिवार कैसे देश की आर्थिक व्यवस्था को चला रहा है, इस बात को उजागर कर विकीलीक्स ने 24 साल से चली आ रही तानाशाही को खत्म करने में भी अपना योगदान दिया है."
मिल पाएगा नोबेल?
समाचार एजेंसी एएफपी ने पिछले हफ्ते कई जानकारों से बात की तो उन्हें उम्मीद थी कि विकीलीक्स और असांज को नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाएगा. हालांकि उन्हें इस बात की संभावना बेहद कम लगती है कि विकीलीक्स को दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान मिलेगा. असांज अभी ब्रिटेन में हैं और खुद को स्वीडन प्रत्यर्पित न किए जाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. स्वीडन के सरकारी वकीलों ने असांज पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. असांज इनसे इनकार करते हैं और इन्हें अमेरिका के इशारे पर होने वाली कार्रवाई बताते हैं.
कौन कौन हैं दौड़ में
इस साल जो लोग और संस्थाएं नोबेल पुरस्कार के दावेदारों में सबसे आगे बताए जा रहे हैं उनमें रूसी गैर सरकारी संगठन मेमोरियल और उसकी संस्थापक स्वेतलाना गनुश्कीना, लाइबेरियन सामाजिक और शांति कार्यकर्ता लेमा ग्बोवी और केन्या के कार्यकर्ता ओरी ओकोलोह शामिल हैं. 110 साल के इतिहास में सिर्फ 12 महिलाओं को ही नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. पिछली बार 2004 में केन्या की पर्यावरण कार्यकर्ता वांगारी मथाई को इस सम्मान से नवाजा गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः वी कुमार