वर्ल्ड कप में जान लगा दूंगाः श्रीसंत
८ फ़रवरी २०११प्रवीण कुमार की जगह भारतीय टीम में शामिल किए गए केरल एक्सप्रेस ने सबसे पहले भगवान का शुक्र अदा करते हुए कहा, "भगवान का शुक्र है. जिसने भी मुझे सपोर्ट किया है, मैं उसका शुक्रगुजार हूं और साथ ही सेलेक्टर्स का भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूं."
कभी वर्ल्ड कप के शुरुआती 15 खिलाड़ियों में शामिल न किए जाने वाले श्रीसंत ने तब कहा था कि उनका दिल टूट गया है. लेकिन वर्ल्ड कप में जगह मिल जाने के बाद वह बेहद खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि वह वर्ल्ड कप के मौके को पूरी तरह इस्तेमाल करेंगे. श्रीसंत का कहना है, "मुझे वर्ल्ड कप में मौका मिला है, तो कोशिश करूंगा कि पूरे दिल और जान से खेलूं."
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज का कहना है कि उनकी लगातार ट्रेनिंग काम आएगी. 51 वनडे मैचों में 75 विकेट लेने वाले श्रीसंत का कहना है, "मुझे ट्रेनिंग बढ़ाने की जरूरत नहीं है. मैं लगातार कड़ी मेहनत कर रहा हूं. ऐसा नहीं कि मैं जब टीम में रहता हूं तभी ज्यादा ट्रेनिंग करता हूं."
28 साल के श्रीसंत मानते हैं कि वर्ल्ड कप उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी लेकिन साथ ही कहते हैं कि उनका करियर सिर्फ वर्ल्ड कप के लिए नहीं है, बल्कि वह क्रिकेट को वैसे भी बहुत प्यार करते हैं और इसके लिए हमेशा खुद को समर्पित रखते हैं और फिटनेस बनाए रखने के लिए लगातार ट्रेनिंग करते रहते हैं.
भारतीय उप महाद्वीप में होने वाले वर्ल्ड कप को लेकर श्रीसंत उत्साहित हैं. उनका कहना है कि वह इसके लिए कुछ योजनाएं बना रहे हैं, "प्रैक्टिस के दौरान कुछ प्लान बनाए गए हैं. मैं कोशिश करूंगा कि इन योजनाओं पर खरा उतरूं."
भारतीय कोच गैरी कर्स्टन की तारीफ करते हुए श्रीसंत ने डॉयचे वेले से कहा, "वह एक शानदार कोच हैं और बेहतरीन इंसान भी. वह हर खिलाड़ी के बारे में अच्छी तरह जानते हैं, जिससे उनके खेल को निखारने में मदद मिल सकती है."
टीम इंडिया के दूसरे खिलाड़ियों की तरह श्रीसंत को भारतीय टीम से वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद है. खास तौर पर वह भारतीय बैटिंग लाइनअप से बेहद प्रभावित हैं. उनका कहना है, "बड़े बड़े नाम भारतीय क्रिकेट टीम में हैं. यह मेरा सौभाग्य है कि मैं उनके साथ खेल रहा हूं. वैसे इस टीम के साथ ड्रेसिंग रूम में रहना ही बड़ी बात है."
बीसीसीआई ने टीम इंडिया के 15 खिलाड़ियों में श्रीसंत को चुना, जिसके बाद आईसीसी ने उनके नाम को मंजूरी दे दी है. लेकिन भारत को वर्ल्ड कप 2011 के मैच अपने और पास पड़ोस के देशों में खेलना है, जहां आम तौर पर दो तेज गेंदबाज ही टीम में रह सकता है. ऐसे में जहीर खान और मुनाफ पटेल के होते हुए श्रीसंत को कम मौके ही मिलते दिख रहे हैं. टीम इंडिया की स्ट्रेटजी जरूर होगी कि वह ज्यादा से ज्यादा मैचों में स्पिनरों को शामिल करे.
रिपोर्टः शराफत खान
संपादनः ए जमाल