लीबिया पर सैनिक कार्रवाई से बाहर होगा अमेरिका
२७ मार्च २०११अमेरिकी टेलिविजन को दिए एक इंटरव्यू में रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने कहा कि गद्दाफी की सत्ता जल्दी ही बिखर सकती है. मंगलवार से शुरु हो रहे लंदन कांफ्रेंस में लीबिया के लिए राजनीतिक रणनीति तय की जाएगी जिससे कि गद्दाफी की 41 साल पुरानी सरकार को बदला जा सके. अमेरिका और पश्चिमी देशों ने 19 मार्च से लीबिया पर हमला शुरु किया जिससे की गद्दाफी की सेना को विद्रोही प्रदर्शनकारियों और आम लोगों के खिलाफ हमला करने से रोका जा सके. इसके साथ ही लीबिया पर नो फ्लाई जोन भी कायम कर दिया गया.
प्रदर्शनकारी आगे
अमेरिका और पश्चिमी देशों से मिली सहायता के दम पर लीबियाई विद्रोही पश्चिम की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और खोए हुए इलाकों को अपने वापस अपने कब्जे में करते जा रहे हैं. गद्दाफी की फौज कमजोर पड़ने लगी है और अमेरिकी रक्षा मंत्री के मुताबिक वो अपने हथियार एक जगह से दूसरी जगह नहीं ले जा पा रहे,"उन लोगों के लिए बेनगाजी या ऐसे शहरों की तरफ बढ़ पाने की संभावना खत्म कर दी गई है."
तेज मुहिम का दावा
अमेरिकी टेलिविजन पर विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का भी इंटरव्यू प्रसारित हुआ है. दोनों नेताओं ने लीबिया से गद्दाफी को हटाने के लिए राजनीतिक समाधान की बात कही है और साथ ही ये भी कहा कि मुहिम तेज हो रही है मुमकिन है कि गद्दाफी की सेना और उसके सहयोगी भी उनका साथ छोड़ दें. रक्षा मंत्री गेट्स ने कहा,"हमारे औजारों के बक्से में हथौड़े के अलावा दूसरे औजार भी हैं और मुमकिन है कि बहुत जल्द गद्दाफी की सत्ता खुद बिखर जाए.इस हफ्ते या अगले हफ्ते से हम सैनिक गतिविधियों से बाहर निकलना शुरु कर देंगे." इसके साथ ही गेट्स ने इस बात पर भी जोर दिया कि राष्ट्रपति ओबामा ने पहले ही सीमित कार्रवाई की बात कही है. गेट्स के मुताबिक,"लीबिया के बारे में वहां की जनता को ही आखिरी फैसला करना है मुमकिन है कि संयुक्त राष्ट्र इसमें कोई भूमिका निभाए."
इलाकों की रक्षा
इस बीच लीबिया में अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभियान की जिम्मेदारी लेने की तैयारी में जुटे नाटो ने कहा है कि वो ताकत का इस्तेमाल नागरिकों और आबादी वाले इलाकों की रक्षा तक सीमित रखेगा. ब्रसेल्स में नाटो देशों की बैठक में तय योजना में ये नहीं कहा गया कि नाटो गद्दाफी के पक्ष या विपक्ष में काम करेगा बल्कि गठबंधन सेना लीबिया में चल रही जंग निष्पक्ष रह कर आम नागरिकों की रक्षा के लिए काम करेगी.
तेल निर्यात फिर से
इस बीच लीबिया में विद्रोहियों ने कहा है कि वो अपने कब्जे वाले इलाके से अगले हफ्ते तेल का निर्यात शुरू कर देंगे. विद्रोहियों के मुताबिक उनके कब्जे वाले इलाके में हर दिन 100,000 से 130,000 बैरल तेल का उत्पादन हो रहा है. विद्रोहियों के आर्थिक, वित्तीय और तेल मामलों के प्रतिनिधि ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया,"जल्दी ही हमारी तेल उत्पादन क्षमता 3 लाख बैरल प्रतिदिन पहुंच जाएगी और हम जल्दी ही निर्यात शुरु कर देंगे."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम