1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

रूसी सुंदरी बनी मिस वर्ल्ड, भारत की पार्वती दूसरे नंबर पर

१४ दिसम्बर २००८

भारत की पार्वती मिस वर्ल्ड ख़िताब से ज़रा सा से चूक गईं और उन्हें दूसरे नंबर से ही संतोष करना पड़ा. रूस की सीनिया सुखीनोवा को मिस वर्ल्ड का ख़िताब मिल गया है. त्रिनिडाड टोबैगो की गैब्रियल वॉल्कट तीसरे नंबर पर रहीं.

https://p.dw.com/p/GFd0
सुखीनोवा को ताजतस्वीर: picture-alliance/ dpa

दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग शहर में आयोजित भव्य मिस वर्ल्ड ख़िताबी मुक़ाबले में आख़िरी दौर तक सबकी सांसें अटकी थीं और भारत की पार्वती ओमानाकुट्टन अंतिम प्रतियोगियों में जगह बना पाने में कामयाब थीं.

Miss World 2008 Top Model
भारत की पार्वती दूसरे नंबर परतस्वीर: cc-b: MASWJ y-sa-3.0

लेकिन आख़िर में दुनिया की सबसे सुंदर महिला का ख़िताब सुनहरे बालों वाली रूस की सुंदरी सीनिया सुखीनोवा को मिला और भारत की पार्वती को दूसरे नंबर पर ही जगह मिल पाई. मिस वर्ल्ड कमेटी की अध्यक्ष जूलिया मोरले ने घोषणा की, "मिस वर्ल्ड 2008 इज़ रशिया."

109 प्रतियोगियों के बीच रूस की सुखीनोवा ने कहा कि वह लोगों की सेवा करना चाहती हैं. 21 साल की सुखीनोवा को पिछले साल की मिस वर्ल्ड चीन की झांग झी लिन ने ताज पहनाया.

ख़िताब का एलान होने से ठीक पहले सुखीनोवा ने कहा, "मैं समझती हूं कि मैं लोगों की मदद कर सकती हूं और मैं उनकी मदद करना चाहती हूं. अगर आज मुझे यह ताज मिलता है, तो मैं यह काम करूंगी"

इंजीनियरिंग की छात्रा 58वीं मिस वर्ल्ड सुखीनोवा पिछले 16 सालों में रूस की मिस वर्ल्ड बनने वाली दूसरी सुंदरी हैं. इससे पहले 1992 में यूलिया कुरोचकीना को भी यह ख़िताब मिल चुका है.

भारत की 21 साल की पार्वती दूसरे नंबर पर रहीं लेकिन भारत की पांच पूर्व मिस वर्ल्ड ख़िताब जीतने वाली सुंदरियों की सूची में जगह नहीं बना पाईं. इससे पहले 1966 में रीता फ़ारिया, 1994 में ऐश्वर्या राय, 1997 में डायना हेडन, 1999 में युक्ता मुखी और 2000 में प्रियंका चोपड़ा मिस वर्ल्ड ख़िताब जीत चुकी हैं.

पार्वती ने कहा कि आख़िरी दौर में जगह बना पाने का उन्हें संतोष है लेकिन उन्हें दुख है कि ताज उन्हें नहीं मिला. उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद थी कि मैं जीत सकती हूं. लेकिन मुझे थोड़ा दुख भी है. काफ़ी सालों के बाद भारत आख़िरी पांच में जगह बना पाने में कामयाब हुआ. आठ साल बाद भारत आख़िरी पांच में जगह बना पाया और मैं इसके लिए ख़ुश हूं."

तीसरे नंबर पर त्रिनिडाड ऐंड टोबैगो की गैब्रियल वॉल्कट रहीं.