रूसी अदालत ने पुसी रॉयट को दोषी ठहराया
१७ अगस्त २०१२जज मारीमा सिरोवा ने अदालत का फैसला सुनाते हुए कहा, "अदालत अभियुक्तों को दोषी ठहराती है." जज ने कहा कि मॉस्को के कैथीड्रल में पंक बैंड की सदस्यों नदेश्दा टोलोकोनीकोवा, मारिया अलेचीना और येकातारीना सामुझेविच ने अपनी कार्रवाई के साथ सार्वजनिक व्यवस्था को तोड़ा और गुंडागर्दी की. जज ने अपने फैसले में सरकारी वकील की ज्यादातर दलीलों को मान लिया.
सरकारी वकील ने धार्मिक विद्वेष से प्रेरित होकर गुंडागर्दी करने के आरोप में तीन साल की कैद की सजा देने की अपील की है. जज सिरोवा ने कहा कि अदालत ने अपना फैसला अभियुक्तों के बयानों और दूसरे सबूतों के आधार पर लिया है. अदालत में एक तरह के पिंजरे में बंद 22 से 30 साल की तीनों महिला अभियुक्तों ने फैसला सुनकर हल्की मुस्कान के साथ एक दूसरे से आंखें मिलाईं. उनकी वकील ने फैसले के खिलाफ अपील करने की घोषणा की है.
पुसी रॉयट पंक बैंड की सदस्यों ने फरवरी में मॉस्को के कैथीड्रल की वेदी पर चढ़कर तत्कालीन प्रधानमंत्री पुतिन के राष्ट्रपति चुने जाने के खिलाफ पंक गाना गया था. गिरफ्तार किए जाने से पहले अपने गाने में उन्होंने पुतिन को भगाये जाने की प्रार्थना की थी. सिरोवा ने अपने फैसले में कहा कि अभियुक्तों ने कोई अफसोस नहीं दिखाया और श्रद्धालुओं की भावनाओं का अनादर किया. उन्होंने समाज के प्रति भी अनादर दिखाया.
पंक बैंड के खिलाफ चलाए गए मुकदमे की अंतरराष्ट्रीय तौर पर निंदा की गई है और उसे राजनीति से प्रेरित बताया गया है. रूस में इस मुकदमे ने समाज को विभाजित कर दिया है. अति सुरक्षा वाली अदालत के सामने बैंड के समर्थन में और विरोध में प्रदर्शन हुए. करीब सौ लोग पुसी रॉयट के लिए आजादी की मांग कर रहे थे तो ऑर्थोडॉक्स श्रद्धालु पुसी रॉयट और उनके समर्थकों के लिए नरक की प्रार्थना कर रहे थे.
मॉस्को में संगीत मंडली के सदस्यों को सजा देने के फैसले पर जर्मनी में भी प्रतिक्रिया हुई है. जर्मनी की सत्ताधारी सीडीयू-सीएसयू संसदीय दल के उपनेता आंद्रेयास शॉकेनहोफ ने अदालत के फैसले को खतरनाक परिपाटी बताते हुए कहा है कि सरकार की आलोचना को अपराध बनाया जा रहा है. ग्रीन पार्टी की सांसद मारी लुइजे बेक तो खुद अदालत में मौजूद थी. उन्होंने ट्वीट किया कि अदालत में सुंदर और आधुनिक रूस और पुराना घुटन वाला सोवियत संघ आमने सामने थे. पुसी रॉयट पर फैसले की नेट पर भारी आलोचना हो रही है. सोशल नेटवर्क पर रूस से लेकर यूरोप, अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया के यूजर गुस्से का इजहार कर रहे हैं.
एमजे/एएम (एएफपी)