रूस पर ड्रोन हमलों के लिए मस्क के स्टारलिंक का इस्तेमाल
२८ मार्च २०२२फरवरी में यूक्रेन पर रूसी हमला शुरू होने के कुछ ही दिनों के भीतर यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री मिखाइलियो फेदरोव ने अमेरिकी अरबपति इलॉन मस्क से मदद मांगी थी. यूक्रेन में इस्तेमाल के लिए फेदरोव ने स्टारलिंक सैटेलाइट चालू करने की अपील की थी. मस्क ने भी जल्द ही जवाब दिया कि 'स्टारलिंक सर्विस यूक्रेन में चालू हो गई है.' इसके बाद कई टर्मिनल और दमदार बैटरियां यूक्रेन पहुंची. फेदरोव ने दोबारा ट्विटर पर मस्क का शुक्रिया अदा किया.
कुल मिलाकर, कोई खुफिया आपूर्ति नहीं, कोई लंबी बहस नहीं, कोई सरकारी या संसदीय नियंत्रण नहीं. यानी साफ-सीधे तौर पर एक नेता, जिसके देश पर हमला हुआ है और पुतिन को चुनौती देने चले एक रहस्यमय अरबपति के बीच हुई सार्वजनिक डील. हो सकता है शुरू में यह एक नाम चमकाने का स्टंट नजर आया हो लेकिन अब यह यूक्रेन की रक्षा में अहम भूमिका निभाता दिख रहा है.
ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक, यूक्रेन की सेना रूसी सेना के टैंकों और ठिकानों पर ड्रोन हमले करने के लिए स्टारलिंक का इस्तेमाल कर रही है. 'द टेलिग्राफ' अखबार के मुताबिक, स्टारलिंक की अहमियत यूक्रेनी सेना के उस इलाकों में खासतौर पर बढ़ गई है, जहां इंटरनेट नहीं है या फिर इंटरनेट का बुनियादी ढांचा बहुत कमजोर है. अखबार का यह भी कहना है कि हवाई क्षेत्र में जासूसी करने वाली यूक्रेनी सेना की यूनिट आयरोरोजवेदका स्टारलिंक का इस्तेमाल मानव रहित उड़ानों पर नजर रखने के लिए कर रही है. इसके अलावा टैंक हथियारों से सटीक निशाने लगाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. इस तरह का निशाना लगाने के लिए संचार में स्थिरता होना बहुत जरूरी है.
आयरोरोजवेदका के एक अफसर ने 'द टाइम्स' को बताया कि "हम स्टारलिंक के उपकरणों का इस्तेमाल करके ड्रोन टीम को हमारी आर्टिलरी टीम के साथ जोड़ देते हैं और तय निशानों को साधते हैं."
द टाइम्स के मुताबिक, आयररोजवेदका टीम जानकारी इकट्ठा करने के रोजाना करीब 300 अभियान चला रही है. दिन में जानकारी इकट्ठी की जाती है और रात में हमला किया जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि कुछ ड्रोन, खासतौर पर थर्मल कैमरा से लैस ड्रोनों को अंधेरे में देखना लगभग नामुमकिन हो जाता है.
कई और इस्तेमाल भी
स्टारलिंक सैटोलाइटों का मकसद शहरी इलाकों से दूर उन इलाकों तक इंटरनेट पहुंचाना है, जहां इंटरनेट की पहुंच बिल्कुल खत्म हो गई है. हालांकि यह भी एक चुनौती होगी क्योंकि जंग की शुरुआत में ही रूस का कोशिश थी कि बिजली और इंटरनेट की सप्लाई के लिए जरूरी ठिकानों पर हमला किया जाए.
यूक्रेन के लोगों को स्टारलिंक से मदद मिल रही है. द टेलिग्राफ के मुताबिक, स्टारलिंक यूक्रेन के सबसे ज्यादा डाउनलोड की जाने वाली ऐप में से है. अब यूक्रेनियों को आस पास की जानकारी मिलने लगी है. स्टारलिंक की मदद से 1 लाख से ज्यादा लोगों तक लगातार जंग से जुड़ी जानकारी पहुंच रही है. इसके अलावा बाहरी दुनिया से जुड़ने का एक मात्र यही जरिया रह गया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की दुनिया भर की संसदों में अपनी बात रख रहे हैं. इसके लिए भी वे स्टारलिंक इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. सैन्य सहायता के अलावा भी स्टालिंक यूक्रेन के लिए दुनिया से जुड़ने, वैश्विक समर्थन हासिल करने और यूक्रेनियों के प्रतिरोध को अटूट रखने के लिए अहम साबित हो रहा है.
रूस के लिए निशाना
रूस अब भी बिजली और इंटरनेट समेत यूक्रेन के बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा है. ऐसे में स्टारलिंक का यूक्रेन में मौजूद ढांचा अगर रूसी सेना का निशाना बनता है तो हैरानी नहीं होनी चाहिए. स्टारलिंक के साथ एक बड़ा खतरा यह भी है कि जब इसके उपकरण काम कर रहे हों, तो इसकी जियोलोकेशन का पता लगाया जा सकता है. मार्च की शुरुआत में जब टर्मिनल पहुंचाए गए थे, तब मस्क ने कहा था कि "स्टारलिंक को तब ही चालू करें जब जरूरत हो और एंटीना को जितना संभव हो, लोगों से दूर रखें."
रूस भी ठिकानों का पता लगाकर हमला कर रहा है. इसके अलावा जैमर लगाकर अंतरिक्ष से आ रहे इंटरनेट को रोकने की कोशिश कर रहा है. हालांकि स्पेस एक्स के पास इससे बचने का रास्ता है. मस्क ने ट्विटर पर बताया कि नए सॉफ्टवेयर अपडेट से बिजली की खपत कम हो जाएगी और यह सिग्नल जाम करने वाले ट्रांसमीटरों से बच जाएगा.
रूसी सरकार की नजरों में मस्क का यूक्रेन की मदद करना एक आक्रामक रवैया है. रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन स्टारलिंक की गतिविधियों को दखलंदाजी कहा है. उन्होंने सरकारी मीडिया आरटी से कहा है, "जब रूस ने अपना राष्ट्रीय रुझान यूक्रेन की सरजमीं पर दिखा रहा है तो इलॉन मस्क अपने स्टारलिंक के साथ आ गए हैं. जिसे पहले पूरी तरह नागरिक इस्तेमाल में लेने की बात कही थी." इसके जवाब में मस्क ने कहा कि "यूक्रेन के सिविलियन इंटरनेट में हैरान कर देने वाली दिक्कतें हो रही हैं- शायद बुरा मौसम? तो स्पेसएक्स इसे ठीक करने में मदद कर रहा है."
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