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राजनीति के साए में जर्मनी का पर्यटन मेला

७ मार्च २०१२

बर्लिन का प्रसिद्ध पर्यटन मेला आईटीबी राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों के साए में शुरू हुआ है. पर्यटन उद्योग कर्ज संकट, अरब क्रांति, पर्यावरण सुरक्षा और ग्रीन हाउस टैक्स जैसे मुद्दों पर चर्चा कर रहा है.

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आईटीबी का उद्घाटनतस्वीर: picture-alliance/dpa

बर्लिन में 7 से 11 मार्च तक चलने वाले पर्यटन मेले में इस बार मिस्र पार्टनर देश है. अरब क्रांति का पूर्व एशिया के देशों में पर्यटन पर बुरा असर पड़ा है. मिस्र, मोरक्को और जॉर्डन के पर्यटन मंत्री जर्मनी के सरकारी और कारोबारी प्रतिनिधियों के साथ अरब देशों में पर्यटन के भविष्य पर चर्चा करेंगे. इन देशों में निरंकुश शासकों के खिलाफ आंदोलनों के कारण सैलानियों की संख्या में तेजी से गिरावट आई है. मिस्र में पर्यटन उद्योग की आमदनी 12.5 अरब यूरो से गिरकर 9 अरब यूरो हो गई. मिस्र के पर्यटन मंत्री मुनीर फखरी अब्दुल नूर ने बर्लिन में कहा कि मुश्किल 2011 के बाद पर्यटन उद्योग नई शुरुआत का सामना कर रहा है, लेकिन उम्मीद है.

बर्लिन में दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मेला है और इसके परिसर में जगह की मांग पहले की ही तरह बनी हुई है. मेले के 26 हॉलों में दुनिया भर के 187 देशों के 10,644 प्रदर्शक पर्यटन से जुड़े हर पहलू पर अपने उत्पादों को दिखा रहे हैं. हालांकि प्रदर्शकों की संख्या 2011 के मुकाबले लगभग 500 कम है लेकिन मेला आयोजकों का कहना है कि उनके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण किराए पर लगा क्षेत्र है. सारे हॉल भर गए हैं और बहुत से हॉलों में जगह से ज्यादा मांग है, इसलिए बहुत से मंडप दो मंजिलों में बनाए गए हैं.

Eröffnungspressekonferenz der Internationalen Tourismusbörse (ITB) in Berlin, am 06.03.2012.
उद्घाटन की प्रेस कॉन्फरेंसतस्वीर: DW

बर्लिन मेला इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि जर्मनी का पर्यटन बजार दुनिया के अहम बाजारों में शामिल है. जर्मनी को सैलानियों का विश्व चैंपियन कहा जाता है. उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जर्मनी का यह टाइटल इस साल भी बना रहेगा. जर्मन पर्यटन संघ के अध्यक्ष युर्गेन बुइची का कहना है, "दो से तीन फीसदी का विकास संभव है." अब तक हुई बुकिंग के अनुसार कर्ज संकट के बावजूद जर्मनी के लोगों का घूमने जाना रुका नहीं है. तुर्की, क्रोएशिया और स्पेन में छुट्टी बिताने की मांग बनी हुई है, जबकि अमेरिका, कैरीबियाई और एशियाई देशों की बुकिंग में भी तेजी आई है. अशांति और विरोध प्रदर्शनों के कारण मिस्र और ग्रीस की मांग में कमी आई है.

पिछले साल जर्मन टूरिस्टों ने विदेशों के दौरों पर 61 अरब यूरो खर्च किया. जर्मन पर्यटन उद्योग संघ के प्रमुख क्लाउस लैप्ले का कहना है कि जर्मनी में उद्योग कुलांचे मार रहा है. होटलों में बुकिंग 2012 में 39.4 करोड़ से बढ़कर 40 करोड़ हो जाएगी. बर्लिन पर्यटन मेले को पर्यटन उद्योग का पैमाना भी माना जाता है. जर्मन सरकार के अनुसार जर्मनी में हर आठवां रोजगार पर्यटन क्षेत्र से जुड़ा है. देश के सकल घरेलू उत्पादन का 4.4 फीसदी पर्यटन से आता है जो बैंक और कार उद्योग से ज्यादा है. इस रिपोर्ट के अनुसार जर्मनी के रेस्त्रां की 85 फीसदी आमदनी सैलानियों से होती है. वैसे अपने पड़ोसी शहर में रेस्त्रां में खाने जाना भी पर्यटन माना जाता है.

रिपोर्ट: डीपीए/महेश झा

संपादन: ए जमाल