ये हैं फुटबॉल के नए नियम
फुटबॉल के नियमों में अब तक के सबसे बड़े बदलाव हुए हैं. एक जून 2016 से प्रभाव में आए यह नियम खेल को और रोचक बनाएंगे. इनमें अंडरवियर रूल भी शामिल है.
पेनल्टी
लियोनेल मेसी को शायद यह नियम पसंद न आए. लेकिन अब खेल के दौरान मिलने वाली पेनल्टी को पास कर साथी खिलाड़ी को नहीं दिया जा सकेगा. ऐसा करने वाले को पीला कार्ड मिलेगा, साथ ही विपक्षी टीम को फ्री किक भी मिलेगी. पेनल्टी शूट से पहले अगर गोलकीपर लाइन से आगे आया तो उसे भी यलो कार्ड देखना होगा.
साफ साफ नियम
अपने गोलपोस्ट के करीब डी में फाउल करने वाले खिलाड़ी को पहले तीन तरह से सजा दी जा सकती थी. पेनल्टी, रेड कार्ड या फिर सस्पेंशन. लेकिन अब रेफरी की दुविधा खत्म कर दी गई है. जानबूझ कर बड़ा फाउल करने वाले को अब सीधे मैदान से बाहर भेज दिया जाएगा. बॉल कंट्रोल करने के दौरान हुए फाउल में रेफरी जेब से यलो कार्ड निकालेगा.
पहले ही खेल खत्म
रेफरी अब मैच खेल शुरू होने से पहले भी किसी खिलाड़ी को रेड कार्ड दिखा सकते हैं. लेकिन इसके बावजूद टीम 11 खिलाड़ियों के साथ ही मैदान में उतरेगी. रेड कार्ड वाले खिलाड़ी की जगह किसी और को मैदान पर उतारना होगा.
चोट का टाइम
नए नियमों से पहले तक चोट लगने पर खिलाड़ी को पिच से बाहर निकलना पड़ता था. फिजियो की मदद से ठीक होने के बाद रेफरी उसे भीतर आने का इशारा करता था. लेकिन अब खिलाड़ी 20 सेंकेड तक पिच पर ही रह सकता है. अगर इस दौरान वह फिजियो की मदद से ठीक हो गया तो तुरंत आगे खेल सकता है.
पहला टच फ्री
अब तक मैच शुरू होने पर बॉल को सिर्फ आगे बढ़ाने का नियम था. लेकिन अब बॉल को साइड पास और बैक पास करने की मंजूरी भी मिल गई है.
आक्रामक पंक्ति
फ्री किक लेने वाली टीम के अटैकिंग प्लेयर अब तक गोलकीपर के सामने होते थे. फ्री किक मिस होने पर इनमें से कोई एक भीड़ का फायदा उठाते हुए गोल कर देता था. लेकिन अब फ्री किक के दौरान अटैकिंग प्लेयर गोलकीपर के सामने खड़े नहीं होंगे. गोलकीपर यूनियन के लिए यह बड़ी जीत है.
ड्रिंक्स ब्रेक
अब तक गर्मी या उमस को देखते हुए रेफरी के पास ड्रिंक ब्रेक को बढ़ाने की आजादी थी. रेफरी आगे भी ऐसा कर सकेंगे लेकिन अब उन्हें सेकेंडों का भी हिसाब रखना होगा. यह समय बाद में एक्स्ट्रा टाइम में शामिल किया जाएगा.
थ्रो
थ्रो करने के नियम हैं लेकिन पेशेवर फुटबॉल में आपने शायद ही कभी रेफरी को गलत थ्रो के लिए सीटी बजाते हुए देखा होगा. लेकिन अब यह नियम सख्ती से लागू होगा. खिलाड़ियों को दोनों हाथ से सिर के पीछे से बॉल लाते हुए थ्रो करना होगा. बॉल सिर के ऊपर ही छूटनी चाहिए.
बिना जूतों के
खेल के दौरान जूता खुलने पर खिलाड़ियों को अगले स्टॉप का इंतजार करना पड़ता था. लेकिन अब खिलाड़ी बिना जूतों और शिन गार्ड्स के भी खेलना जारी रख सकेंगे.
अंडरवियर का रंग
अब तक खिलाड़ियों को टीम के निक्कर के नीचे अपनी मर्जी का अंडरवियर पहनने की इजाजत थी. लेकिन अब रेफरी खिलाड़ियों को टीम के निक्कर के रंग का अंडरवियर पहनना होगा, रेफरी चाहे तो खिलाड़ी को अंडरवियर बदलने का निर्देश भी दे सकता है.