अंतरिक्ष में यूरोप
१८ जनवरी २०१४जर्मन अंतरिक्षयात्री एलेक्जांडर गैर्स्ट की पहली अंतरिक्ष यात्रा, पहली बार एक धूमकेतु पर रोबोट उतारना और कई नए उपग्रहों का प्रक्षेपण, यूरोपीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए यह साल घटनाओं भरा साल होगा.
इसके अलावा दिसंबर में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ईएसए के सदस्य देश आने वाले सालों के अभियानों पर फैसला लेंगे. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख जां जाक डोरडां ने कहा है कि इसमें सिर्फ ईएसए के भविष्य पर ही फैसला नहीं होगा बल्कि यूरोपीय अंतरिक्ष उद्योग पर भी.
रॉकेटों के प्रक्षेपण
फ्रांस के डोरदां जब ईएसए के भविष्य की बात कर रहे थे तो उनका इशारा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र आईएसएस के लिए भविष्य में होने वाले खर्च और अंतरिक्ष से जुड़े मसलों पर यूरोपीय देशों के भावी रुख की ओर था. ईएसए को सबसे ज्यादा बजट देने वाला जर्मनी फिलहाल सिर्फ प्रक्षेपण रॉकेट आरियाने 5 का विकास करना चाहता है तो फ्रांस आरियाने 6 के विकास पर जोर दे रहा है. इस पूरी तरह नए मॉडल में 135 टन ईंधन वाले चार इंजन होंगे जिसे मुख्य रूप से फ्रांस में बनाया जाएगा.
अगले दशक के कार्यक्रमों के सिलसिले में ईएसए प्रमुख डोरदां सदस्य देशों को इस साल मार्च में 2015 से 2024 तक के संभावित कार्यक्रमों के खर्च और जोखिम का विश्लेषण पेश करेंगे. गर्मियों तक सदस्य देशों को इन परियोजनाओं पर सुझाव दिए जाएंगे और दिसंबर में मंत्रियों के स्तर पर होने वाली बैठक में अंतिम फैसला लिया जाएगा.
यूरोप के लिए इस साल के अंतरिक्ष अभियानों की शुरुआत अप्रैल में सेंटिनेल रॉकेटों के प्रक्षेपण के साथ होगी जिससे पृथ्वी पर नजर रखी जाएगी. उसके बाद जर्मनी के एलेक्जांडर गैर्स्ट 28 मई को अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना होंगे. भूभौतिक विज्ञानी गैर्स्ट आईएसएस पर छह महीने रहकर काम करेंगे. इससे पहले जर्मनी के हंस श्लेगेल 2008 में वहां जाने वाले अंतिम जर्मन अंतरिक्षयात्री थे. इस साल यूरोपीय सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम गैलिलियो के लिए कई उपग्रहों के अंतरिक्ष भेजने की योजना है.
धूमकेतु पर लैंडिग
ईएसए प्रमुख डोरदां ने पैरिस में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें भरोसा है कि साल के अंत तक गैलिलियो नेविगेशन सिस्टम की पहली सेवाएं उपलब्ध होंगी. इस साल कुछ हद तक अफसोस का मौका अंतरिक्ष ट्रांसपोर्टर जॉर्ज लेमैत्र की जून में नियोजित यात्रा होगी. यह आईएसएस जाने वाले ट्रांसपोर्ट की अंतिम यात्रा होगी.
ईएसए के लिए वैज्ञानिक चरमोत्कर्ष है दस साल पहले शुरू हुए रोजेचा मिशन का निर्णायक चरण. यह अंतरिक्षयान एक धूमकेतु के निकट पहुंचेगा, वहां की सतह पर एक लैंडिग इंस्ट्रूमेंट छोड़ेगा और सौर सिस्टम के जरिए उसकी यात्रा पर निगरानी रखेगा. इन सब अभियानों पर इस साल ईएसए का 4.1 अरब यूरो खर्च होगा. इस बजट में जर्मनी का हिस्सा 76.57 करोड़ यूरो का है.
एमजे/आईबी (डीपीए)