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युआन की कीमत बढ़ाएगा चीन

२० जून २०१०

चीन ने अंतरराष्ट्रीय विनिमय बाजार में अपनी मुद्रा युआन की कीमत बढ़ाने का एलान किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत दुनिया भर के नेताओं ने चीन के इस कदम का स्वागत किया है. कुछ शंकाएं अब भी बरकरार हैं.

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तस्वीर: picture-alliance / Newscom

जी-20 देशों का सम्मेलन शुरू होने के ठीक एक सप्ताह पहले चीन ने अपनी मुद्रा युआन की कीमत बढ़ाने का एलान किया है. चीन ने कहा है कि वो विनिमय दर की नीति में सुधार को मंजूरी देगा. चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने शनिवार को रिपोर्ट दी कि चीनी सेंट्रल बैंक ने युआन को लचीला बनाने का एलान किया है. यानी युआन की कीमत बढ़ाई जाएगी. चीनी सेंट्रल बैंक के मुताबिक चीनी मुद्रा रनमिनबी (युआन) की विनिमय दर के व्यवस्थित ढंग से सुधार को आगे बढ़ाने का फैसला किया गया है, ताकि रनमिनबी के एक्सचेंज रेट को और लचीला बनाया जाए.

Chinas Währung
युआन से परेशान अमेरिकातस्वीर: AP

कई देश चीन पर आरोप लगाते रहे हैं कि उसने डॉलर और यूरो के मुकाबले युआन की दर बहुत ज्यादा कर रखी है, जिस वजह से चीन और पश्चिमी देशों के बीच व्यापार असंतुलित हो गया है. दुनिया भर में छाई आर्थिक मंदी के वक्त चीन पर आरोप लग रहे थे कि वह अन्य देशों में नौकरियों को खत्म कर रहा है.

युआन की सस्ती दर के कारण कंपनियां चीन में ही फैक्टरी खोलने लगी थीं, जिस वजह से दूसरे देशों में रोजगार भी कम हुए और औद्योगिक उत्पादन भी गिरा. वहीं दूसरी तरफ मंदी के बावजूद सस्ते सामान की वजह से चीन का निर्यात ठोस रहा. यही वजह है कि चीन पर अमेरिका समेत ज्यादातर पश्चिमी देश युआन की कीमत बढ़ाने का दबाव डाल रहे थे.

युआन की कीमत बढ़ाने के एलान के फौरन बाद दुनिया भर के नेताओं ने चीन की तारीफ की है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चीन के फैसले का स्वागत किया है. ब्रिटेन, रूस और फ्रांस के अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी युआन की विनिमय दर बढाए जाने को वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा कदम बताया है.

अमेरिका चीन के कर्ज के नीचे दबा हुआ है. मंदी के दौरान चीन ने अमेरिका के 100 अरब डॉलर के बॉन्ड खरीदे, जिसकी वजह से अमेरिका को पैसा मिला. अब युआन की कीमत बढ़ाने से अमेरिका को उम्मीद हैं कि उसे चीन का कर्ज चुकाने में आसानी होगी. हालांकि एक अमेरिकी सांसद ने कहा कि चीन को अपनी मुद्रानीति के बारे में और जानकारी देनी चाहिए. अगर चीन ऐसा नहीं करता है तो अमेरिकी संसद व्यापार पर प्रतिबंध लगाने के अपने प्रस्तावों को अमल में लाएगी.

माना जाता है कि युआन अपनी वास्तविक कीमत से 40 फीसदी कम पर बिकती है जिससे कि चीन अपने निर्यात बढ़ा सके. जी-20 देशों के सम्मेलन के मेजबान कनाडा ने कहा है कि चीन की आपत्ति के बावजूद सम्मेलन में चीनी मुद्रा के विनिमय दर पर चर्चा होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एन रंजन