यमन में अल कायदा हमले में 35 की मौत
५ अगस्त २०१२माना जा रहा है कि हमले में पॉप्युलर कमिटीज नाम के गुट के नेता को निशाना बनाया गया. यह कबायली लड़ाकों का संगठन हैं जो इलाके में अंसार अल शरीया आतंकवादियों के खिलाफ यमन सेना के साथ लड़ते हैं. स्थानीय गवर्नर जमाल अल अकल ने कहा, "अल कायदा के एक आत्मघाती हमलावर ने पाप्युलर कमिटीज की शोक सभा के दौरान अपने आप को उड़ा लिया."
शनिवार शाम को हुए हमले के बारे में एक स्थानीय अधिकारी ने कहा, "कल रात से लेकर अब तक मारे गए लोगों की संख्या 25 से बढ़कर 35 हो गई है. ज्यादातर लोग अस्पताल में मरे." अधिकारी के मुताबिक लोगों के जले शव घटना स्थल पर बिखरे पड़े थे.
हमले से यमन में अल कायदा के बढ़ते प्रभाव का संकेत मिल रहा है. इससे खास तौर पर सऊदी अरब और अमेरिका को परेशानी हो सकती है क्योंकि उनके मुताबिक अल कायदा और उससे संबंधित संगठनों के खिलाफ लड़ाई का केंद्र है. पिछले साल यमन में उस वक्त के राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान अंसार अल शरीया ने अबयान इलाके में कई शहरों पर काबू कर लिया. उसके बाद जून में आतंकवादियों को भगाने के लिए एक ऑपरेशन चलाया गया जिसमें अमेरिका ने भी साथ दिया. जून में अल शरीया के खिलाफ लड़ाई में सरकार को काफी सफलता मिली और उस वक्त तो इस मिशन को सफल बताया गया. लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि अंसार अल शरीया के सदस्य मौके का इंतजार कर रहे हैं और वे किसी भी वक्त दोबारा सक्रिय हो सकते हैं.
एमजी/एजेए (रॉयटर्स, एएफपी)