मुशर्रफ का यू टर्नः पाक ने नहीं बनाए आतंकी
९ अक्टूबर २०१०पाकिस्तान के पूर्व सैनिक शासक परवेज मुशर्रफ अब कह रहे हैं कि देश में उग्रवादियों का गुट खुद अस्तित्व में आए, सरकार ने नहीं बनाए. मुशर्रफ का कहना है," मुजाहिदीनों के सभी गुट खुद बने. मैंने कभी नहीं कहा कि उन्हें सरकार ने बनाया. मेरे बयान को गलत समझा गया. इस पर पाकिस्तान में राजनीति हुई और फिर भारत में भी इसके बारे में लिखा जाने लगा, मेरे कहने का यह मतलब बिल्कुल नहीं था."
जर्मन पत्रिका डेर स्पीगल को दिए इंटरव्यू में मुशर्रफ ने कहा कि पाकिस्तान ने उग्रवादी गुटों को कश्मीर में लड़ने के लिए तैयार किया. अब मुशर्रफ ने कहा है," मैं ऐसा बयान नहीं दे सकता. इस तरह की कोई बात ही नहीं कि सेना या आईएसआई ने मुजाहिदीनों को ट्रेनिंग दी या लड़ने के लिए भेजा. पाकिस्तान में लोगों के मन में कश्मीर को लेकर बहुत सहानुभूति है. हजारों लोग हैं जो खुद अपने कश्मीरी भाइयों के लिए लड़ने जाना चाहते हैं. मैं कहना चाहता हूं कि भारत सरकार को कश्मीरी लोगों पर अन्याय रोकना चाहिए."
राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद पिछले दो साल से लंदन में रह रहे मुशर्रफ का कहना है, "लोगों के समर्थन के कारण सभी मुजाहिदीन गुटों को ताकत मिलती है." एक भारतीय टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में मुशर्रफ ने कहा है कि सेना या आईएसआई को कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ती. मुशर्रफ ने यह भी कहा कि पहले क्या हुआ, उन्होंने उसके बारे में बात की थी. सेना या आईएसआई के बारे में नहीं. उनका कहना है कि हिजबुल मुजाहिदीन गुट भारत प्रशासित कश्मीर में बना और फिर वहां से भाग आया.
कश्मीर मुद्दे को मुशर्रफ ने एक गंभीर समस्या बताते हुए कहा कि दोनों पक्षों को साहस दिखाना होगा, तभी इसका हल हो पाएगा. वह कहते हैं, "मैं कह रहा हूं कि दोनों पक्षों की सरकारों और नेताओं को गंभीरता दिखानी होगी. इसके अलावा लचीला रूख अपनाना होगा क्योंकि किसी भी पक्ष को सब कुछ हासिल करने या सब कुछ देने की बजाए कुछ लेने और कुछ देने की बात सोचनी होगी. समस्या के हल के लिए बड़े कदम उठाने पड़ेंगे."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार