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मुंबई धमाके: विस्फोटकों वाला स्कूटर मिला

१६ जुलाई २०११

मुंबई धमाकों की जांच में पुलिस को एक अहम सुराग मिला है. पुलिस ने उस स्कूटर की पहचान कर ली है जिसमें तीन में से एक इलाके में धमाका करने के लिए विस्फोटक छिपाए गए थे.

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तस्वीर: dapd

धमाका करने वाले आतंकवादियों को ढूंढने के लिए पुलिस ने कईं लोगों से पूछताछ की है. उधर अधिकारियों ने कहा कि धमाके अमोनियम नाइट्रेट, टीएनटी और मिट्टी तेल के मिश्रण से किए गए जो एक टाइमर से जुड़े हुए थे. ओपेरा हाउस के बाहर एक स्कूटर बोट में छिपाया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो और धमाके के बाद छितरे धातु के टुकड़े नुकीले छर्रों की तरह काम करे और लोगों को नुकसान पहुंचाए.

गृह सचिव आरके सिंह ने बताया, "हमें वह स्कूटर मिल गया है जिसमें एक बम रखा गया था."

जांचकर्ताओं ने स्कूटर का चैसिस नंबर ढूंढ लिया. हालांकि जांचकर्ताओं का यह भी कहना था कि जांच को दिशाहीन करने की कोशिश की जा रही हो सकती है क्योंकि गुजरात में पंजीकृत किया गया यह स्कूटर कई महीनों से मुंबई में था. अधिकारियों ने बताया कि धमाके के स्थलों से मिले सीसीटीवी फुटेज से ज्यादा कुछ नहीं मिला है.

महाराष्ट्र एटीएस और मुंबई अपराध शाखा ने कई लोगों से पूछताछ की है और इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी ने किसी भी धमाके में आरडीएक्स के इस्तेमाल किए जाने से इनकार किया किया है. एक चैनल को मिले अनजान इमेल को साइबर विशेषज्ञ तलाश रहे हैं. माना जा रहा है कि इसे किसी खाड़ी देश से भेजा गया. हालांकि सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि हो सकता है कि किसी ने यूं ही यह इमेल भेज दिया हो.

सीसीटीवी फुटेज की 11 सीडीज की जांच पुलिस कर रही है. गृह सचिव ने बताया कि ऐसे लोग जिन्हें स्थानीय लोग नहीं पहचान पा रहे हैं उन्हें एक डाटा बेस पर रखा जाएगा और फिर उनके बारे में पता लगाया जाएगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ओ सिंह

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