महासचिव बने मुन्नाभाई
२ अप्रैल २००९संजय दत्त अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. गुरुवार को समाजवादी पार्टी ने संजय दत्त को पार्टी का राष्टीय महासचिव बनाने का एलान किया. नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संजय दत्त समाजवादी पार्टी के नेता रामपाल यादव के साथ पत्रकारों के साथ आए. रामपाल यादव ने कहा कि, ''मुलायम सिंह ने संजय दत्त को समाजवादी पार्टी का महासचिव बनाने का फैसला किया है.''
इसके बाद संजय दत्त ने कहा कि, '' पार्टी ने उन्हे इस लायक समझा कि उन्हें देश भर का महासचिव बनाया है, मैं अब दिल से काम करुंगा.''
प्रेस कान्फेंस के दौरान संजय दत्त ने अपने पिता सुनील दत्त का भी ज्रिक्र किया और इशारों इशारों में कांग्रेस पर निशाना साध दिया. संजय दत्त ने कहा कि, '' लोग दत्त साहब का काफी सम्मान करते हैं लेकिन उनके पिता ने भी कांग्रेस में काफी कुछ देखा. दत्त साहब संजय निरुपम को कांग्रेस में शामिल करने से खुश नहीं थे.''
संजय दत्त के पिता सुनील दत्त फिल्म अभिनेता और कांग्रेस के नेता थे. सुनील दत्त यूपीए सरकार में खेलमंत्री थे. उनका निधन 2005 में हुआ. सुनील दत्त के निधन के बाद ही संजय दत्त की समाजवादी पार्टी से नज़दीकियां बढ़ीं. संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त भी मुंबई से कांग्रसे की सांसद है.
हाल के दिनों में संजय और प्रिया के बीच भी मतभेद होने की ख़बरें आती रही लेकिन गुरुवार को संजय दत्त ने कहा, ''वह मेरी बहन है और हमेशा रहेगी. मैंने उसके लिए चुनाव प्रचार किया था और मैं उसकी मदद हमेशा करुंगा.''
इससे पहले बुधवार को संजय दत्त ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के एक दिन पहले मनमोहन सिंह सरकार के एक कैबिनेट मंत्री ने उन्हें अपने घर बुला कर कहा था कि यदि उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने का इरादा न बदला तो फैसला उनके खिलाफ होगा.
अंग्रेजी समाचार चैनल एनडीटीवी को दिए एक इन्टरव्यू में संजय दत्त ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने इसका स्टिंग ऑपरेशन किया है यानी सारी बातचीत रिकॉर्ड की है. उनके साथ समाजवादी पार्टी के महासचिव अमर सिंह भी मौजूद थे.
अमर सिंह की तरफ इशारा करके उन्होंने कहा कि इसका सारा सुबूत मेरे भाई यानी अमर सिंह के पास है. दिलचस्प बात यह है कि संजय दत्त ने इस मंत्री का नाम बताने से इनकार कर दिया है. लेकिन उन्होंने और अमर सिंह ने जो कुछ कहा है उससे उनका इशारा केंद्रीय कानून मंत्री हंसराज भारद्वाज की ओर लगता है.
एनडीटीवी के साथ बातचीत में भारद्वाज ने माना है कि 30 मार्च को संजय दत्त उनसे मिलने उनके घर आये थे. लेकिन किसी भी तरह की धमकी देने से से उन्होंने साफ़ इनकार किया है.
दरअसल संजय दत्त को समाजवादी पार्टी लखनऊ लोकसभा से चुनाव लड़ाना चाहती थी. संजय दत्त ने लखनऊ में चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था. लेकिन मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त को लोकसभा चुनाव लड़ने की इजाज़त देने से इनकार कर दिया. संजय दत्त 1993 के मुंबई धमाकों के दौरान आर्म्स एक्ट के दोषी हैं और टाडा की अदालत ने उन्हें छह साल की सज़ा सुनाई है. फिलहाल राजनीति की टोपी पहनकर घूम रहे मुन्नाभाई सुप्रीम कोर्ट से मिली ज़मानत पर बाहर है.
रिपोर्ट-एजेंसियां, ओ सिंह
संपादन-आभा मोंढे