महात्मा गांधी की राह दिखाते ओबामा
४ अगस्त २०१०व्हाइट हाउस में पहली बार यंग अफ्रीकन लीडर्स फोरम के सम्मेलन में आए 50 अफ्रीकी देशों के युवा नेताओं से बराक ओबामा रूबरू हुए. ओबामा ने कहा कि देश में बदलाव लाने के लिए जरूरी है कि युवा अपने भीतर बदलाव लाएं जो महात्मा गांधी ने किया और कहा था. ओबामा ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि अमेरिका उनकी हर तरह से मदद करने को तैयार है.
बराक ओबामा ने उन्हें याद दिलाया कि लंबे समय तक उपेक्षा का शिकार रहने के बाद भी अफ्रीका ने अपनी क्षमताओं को दुनिया के सामने रखा है और अफ्रीकी लोगों ने अपनी कामयाबियों से दुनिया के सामने खुद को साबित किया है. ओबामा ने कहा कि अब युवाओं के सामने 21वीं सदी में अपने देश को आगे ले जाने की चुनौती है. ओबामा के शब्दों में, "अफ्रीका हमेशा से दुनिया का एक जरूरी हिस्सा रहा है. अब चाहे वो नौकरियों के मौके पैदा करने की बात हो, स्वास्थ्य या शिक्षा हो, जलवायु परिवर्तन का मसला हो या आतंकवाद की मुखालफत करने की बात या फिर लोकतंत्र का सफल मॉडल दुनिया के सामने रखने की बात हो इन सबके लिए दुनिया को एक मजबूत और समृद्ध अफ्रीका की जरूरत है."
ओबामा ने कहा कि दुनिया को अफ्रीका के ऐसे युवाओं की जरूरत है जो देश के लिए खड़े हो सकें और बदलाव ला सकें और केवल उनके देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में. और उनके इस काम में अमेरिका उनका सहयोगी बनना चाहता है.
ओबामा ने इस दौरान फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल के सफल आयोजन के लिए दक्षिण अफ्रीका को बधाई भी दी. उन्होने कहा कि भले ही फाइनल यूरोप की दो टीमों के बीच खेला गया लेकिन वर्ल्ड कप का असली विजेता अफ्रीका है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः ए जमाल