महंगाई के विरोध में हजारों सड़कों पर उतरे
२३ फ़रवरी २०११नई दिल्ली में कम से कम 50,000 लोगों ने रैली में हिस्सा लिया और सरकार से शिकायत की कि बढ़ते दामों से देश में गरीब लोगों की हालत और बिगड़ रही है. सीटू ने एक बयान में कहा, "19 राज्यों से मजदूर, जिनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं, दिल्ली पहुंचे हैं और वे संसद की ओर मार्च करेंगे और देश के 'कथित विकास' पर अपना हक जताएंगे."
सीटू का कहना है कि रैली में आठ से लेकर दस लाख लोग हिस्सा लेंगे लेकिन पुलिस अब तक हिस्सा लेने वाले लोगों की संख्या का अनुमान नहीं लगा पाई है. रैली की शुरुआत के बाद शहर के कई इलाकों में ट्रैफिक जाम होने की खबर है. रैली में हिस्सा लेने वाले लोग रामलीला मैदान में जमा हुए और वहां से संसद की तरफ मार्च किया.
पुलिस प्रवक्ता राजन भगत ने कहा कि नई दिल्ली में 2,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है ताकि रैलियों में सुरक्षा पर ध्यान रखा जा सकेगा. भगत ने कहा, "पुलिस यह तय करेगी कि भीड़ सरकारी इमारतों और ऐतिहासिक विरासतों को हानि न पहुंचाए."
प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे जगदीश ठाकुर ने कहा कि सरकार गलत रास्ते पर चल रही है. उनके मुताबिक, "हमें बढ़ते दामों पर नियंत्रण रखना होगा, बेरोजगारी खत्म करनी होगी और निजीकरण बंद करना होगा. सरकार गलत रास्ते पर है. वह गरीबों को भूल गई है, वह केवल अमीरों की मदद करना चाहती है."
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः एन रंजन