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मध्यपूर्व में पोप का प्रवचन

१६ सितम्बर २०१२

पोप बेनेडिक्ट सोलहवें ने मध्यपूर्व में रहने वाले ईसाइयों से अपील की है कि वह इस इलाके में शांति लाने का काम करें. रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख ऐसे समय लेबनान में हैं जब मुस्लिम देशों में अमेरिका विरोध की लहर फैली है.

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तस्वीर: Reuters

लेबनान में समुद्र किनारे खुले आसमान के नीचे पोप ने करीब साढ़े तीन लाख श्रद्धालुओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मध्य पूर्व में रहने वाले ईसाइयों को न केवल शांति के लिए बल्कि मौत और विनाश के चक्र के खिलाफ काम करना चाहिए. पोप की मध्यपूर्व यात्रा का मुख्य उद्देश्य लड़ रहे धड़ों के बीच और लेबनान में रहने वाले कई धार्मिक समूहों के बीच शांति और सामंजस्य सुनिश्चित करना है.

साथ ही उन्होंने ईसाई धर्म के अनुयायियों से अपील की कि युद्ध और कट्टरपंथी धड़े के बढ़ते दबाव के बावजूद वे यह इलाका न छोड़ें. 1975 से 1990 के बीच चले गृह युद्ध से लेबनान जूझा. यहां की 40 लाख जनसंख्या मुस्लिम बहुल है जबकि एक तिहाई जनसंख्या ईसाई है. पोप बेनेडिक्ट 16वें ने कहा, "ऐसी दुनिया जहां हिंसा लगातार मौत और विनाश के निशान छोड़ती है. वहां न्याय और शांति के लिए काम करना सबसे जरूरी है. यह एक जरूरत है जिसे ईसाइयों को पूरा करना चाहिए. अच्छे इरादे वाले सभी लोगों के साथ सहयोग."

Papst Benedikt XVI in Beirut
पोप बेनेडिक्ट सोलहवें बैरूत मेंतस्वीर: Reuters

हालांकि लेबनान में भी अमेरिका विरोधी प्रदर्शन हुए. और ये प्रदर्शन सलाफी शेख अहमद अल असीर की अपील पर हुए. सुन्नी कट्टरपंथी जो पिछले महीने शियाई हिज्बुल्लाह के विरोध के कारण सामने आया था. सिदोन में ही फलिस्तीनी कैंप आइन एल हेलवेह में भी फिल्म के विरोध में प्रदर्शन हुए. पूर्वी हिस्से में कुछ प्रदर्शन दर्ज किए गए.
पोप के कारण सुरक्षा

हालांकि डेनमार्क के कार्टूनों के विरोध की तुलना में फिल्म पर यह विरोध कम था. इस बार यह तीव्रता कम थी इसका एक कारण पोप बेनेडिक्ट 16वें की यात्रा भी है. शुक्रवार से पोप लेबनान में अतिथि हैं. इसलिए चप्पे चप्पे में सुरक्षा का ध्यान रखा गया है. सड़कों पर हजारों सैनिक और पुलिसकर्मी तैनात हैं. कई सड़कों को बंद भी किया गया.

Proteste Anti Islam Video Film Mohammed Libanon
कहीं कहीं इस्लाम विरोधी फिल्म के विरोध में प्रदर्शनतस्वीर: Reuters

कुल मिला कर दिखाई देता है कि राजनीतिक नेतृत्व में इस यात्रा में किसी तरह की बाधा नहीं आने देने पर सहमति है. आश्चर्य की बात कि टॉप नेताओं ने भी पोप की यात्रा का स्वागत किया और कई राजनीतिक, धार्मिक नेताओं ने पोप की सभा में भी हिस्सा लिया. लेबनान के सुन्नी धर्मप्रमुख मुफ्ती मोहम्मद रशीद कब्बानी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की साथ ही ईसाई और मुसलमानों से एकता दिखाने की अपील की.

रिपोर्टः मोना नैगर/ आभा मोंढे

संपादनः ए जमाल