भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ेगी कांग्रेस
१९ दिसम्बर २०१०नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने अरबों रुपये के घोटालों का सामाना कर रही अपनी सरकार का बचाव करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ने की घोषणा की है.
सोनिया गांधी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष को तेज करने का आह्वान करते हुए कहा कि उनके चार सूत्री कार्यक्रम में सरकारी अधिकारियों और राजनीतिज्ञों के भ्रष्टाचार वाले मामलों के लिए नई फास्ट ट्रैक व्यवस्था लागू करना शामिल है. उन्होंने कहा, ऐसे मामले बहुत लंबा खिंचते हैं और लोगों का भरोसा गिराते हैं.
कांग्रेस प्रमुख ने कानून और स्पष्ट नियमों के जरिए सरकारी खरीदारियों और सौदों में पारदर्शिता लाने की मांग की. उन्होंने अपनी पार्टी के मंत्रियों से भू आवंटन के विशेष अधिकारों का त्याग करने की अपील की और कहा कि इनकी वजह से भ्रष्टाचार बढ़ता है.
सोनिया गांधी ने देश के प्राकृतिक संसाधनों के इस्तेमाल के लिए खुली और प्रतिस्पर्धात्मक व्यवस्था की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, "भ्रष्टाचार को सहा नहीं जाना चाहिए, हमें उसका सामना करना होगा."
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार अपने अस्तित्व के छह साल में सबसे बड़े संकट का सामना कर रही है. विपक्ष ने विभिन्न घोटालों पर संयुक्त संसदीय समिति की मांग करते हुए संसद के शीतकालीन अधिवेशन की कार्रवाई नहीं चलने दी है.
सरकारी एजेंसियां इस समय 2जी स्पेक्ट्रम का लाइसेंस देने में हुए घोटाले की जांच कर रही है जिससे सरकारी खजाने को 40 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. भारतीय मीडिया इसे भारत का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला बता रहा है. इसमें मीडिया के कुछ बड़े चेहरे भी अपरोक्ष रूप से शामिल हैं.
मनमोहन सिंह की गठबंधन सरकार को नई दिल्ली में अक्टूबर में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन के सिलसिले में भी विपक्ष के भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करना पड़ा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ओ सिंह